दुनिया में तीन वैक्सीन को आपातकालीन मंजूरी मिलने से कोविड—19 महामारी से मानव जाति को छूटकारे के आसार तो बने हैं मगर चुनिंदा देशों द्वारा वैक्सीन की जमाखोरी से पिछड़े देशों के लंबे समय तक पीड़ित रहने की आशंका भी बढ़ी है। अभी 10 वैक्सीन जल्द ही बाज़ार में आने को हैं मगर उनकी क़रीब 10 अरब से अधिक खुराकों की अग्रिम बुकिंग हो रही है। इसीलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने समर्थ देशों से 'वैक्सीन राष्ट्रवाद' की इस संकुचित प्रवृत्ति से उबरने और ग़रीब और पिछड़े देशों के नागरिकों का भी ध्यान रखने की अपील की है।
दुनिया भर के ग़रीबों के लिए दूर की कौड़ी है कोविड वैक्सीन
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- 8 Dec, 2020

दुनिया में तीन वैक्सीन को आपातकालीन मंजूरी मिलने से कोविड—19 महामारी से मानव जाति को छूटकारे के आसार तो बने हैं मगर चुनिंदा देशों द्वारा वैक्सीन की जमाखोरी से पिछड़े देशों के लंबे समय तक पीड़ित रहने की आशंका भी बढ़ी है।
दुनिया की कुल आबादी में महज 13 फ़ीसदी जनसंख्या वाले इन देशों ने वैक्सीन की अगले साल उपलब्ध होने वाली कुल खुराकों में से आधी मात्रा की अग्रिम बुकिंग कर ली है। अमेरिका सहित अनेक समर्थ देशों ने तो अपने नागरिकों के लिए पाँच से छह खुराक बुक कर ली हैं जबकि अधिकतम आधी आबादी को दो खुराक के टीकाकरण से ही लोगों में महामारी के लिए प्रतिरोध क्षमता पैदा हो जाएगी। अमेरिका की आबादी 32.82 करोड़ है मगर उसने वैक्सीन की 100 करोड़ से अधिक खुराक की पेशगी दी है। यूरोपीय संघ के सदस्य देशों की कुल आबादी 44.58 करोड़ है और उसने भी वैक्सीन की 158 करोड़ से अधिक खुराक अग्रिम बुक कर लीं।