महज 12,774 यानी 0.03 फ़ीसदी वोट का बहुमत पाकर राज करने को तैयार एनडीए की चौथी पारी में उन करोड़ों युवाओं की नौकरी और आर्थिक तरक्की की आकांक्षाओं का क्या होगा जिन्होंने जात-पांत तोड़ कर सत्ता बदलने के लिए मतदान किया है? किसानों की मुक्ति के चंपारण आंदोलन से पूरे देश को अंग्रेजों से संघर्ष की ऊर्जा देने वाले और फिर बिहार आंदोलन से जेपी की संपूर्ण क्रांति की पूरे देश में अलख जगाने वाले बिहार में युवाओं द्वारा इतनी बड़ी वोट क्रांति क्या बेकार चली जाएगी?
बिहार की नई सरकार क्या दे पायेगी 19 लाख रोज़गार?
- बिहार
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- 16 Nov, 2020

एनडीए की चौथी पारी में करोड़ों युवाओं की नौकरी और आर्थिक तरक्की की आकांक्षाओं का क्या होगा? क्या नीतीश कुमार बीजेपी के 19 लाख नौकरियों के वादे को पूरा करेंगे?
क्या युवजन, सांप्रदायिक तथा जातिवादी बँटवारे और छिछली वोटकटुआ राजनीति के आगे घुटने टेक कर फिर अगले पाँच साल परदेस में धक्के खाने को तैयार होंगे? बिहार के रिकॉर्ड के मद्देनज़र तो ऐसा मुमकिन नहीं है। उन्होंने महागठबंधन को जितने सारे वोट और सीट बख्श कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पसीने छुड़ाए उससे तो एनडीए सरकार पर युवा एजेंडा अपनाने का दबाव बनने के ही आसार हैं।