महज 12,774 यानी 0.03 फ़ीसदी वोट का बहुमत पाकर राज करने को तैयार एनडीए की चौथी पारी में उन करोड़ों युवाओं की नौकरी और आर्थिक तरक्की की आकांक्षाओं का क्या होगा जिन्होंने जात-पांत तोड़ कर सत्ता बदलने के लिए मतदान किया है? किसानों की मुक्ति के चंपारण आंदोलन से पूरे देश को अंग्रेजों से संघर्ष की ऊर्जा देने वाले और फिर बिहार आंदोलन से जेपी की संपूर्ण क्रांति की पूरे देश में अलख जगाने वाले बिहार में युवाओं द्वारा इतनी बड़ी वोट क्रांति क्या बेकार चली जाएगी?