ऐसे समय जब इसलामी राज्य पाकिस्तान में ईशनिंदा क़ानून (एंटी ब्लासफ़ेमी लॉ) के ख़िलाफ़ जनमत बन रहा है और कई मुसलिम बहुल देशों में भी इस तरह का क़ानून नहीं है, भारत में इसे लागू करने की माँग उठ रही है।