ऊपर की तस्वीर देखिए। देखने भर से ही सिहरन पैदा हो गई न! सफ़ाई कर्मी गंदगी में डूब जाते हैं। नीचे उतरते ही साँसें अटक जाती हैं। और कई बार तो जान ही चली जाती है। सीवर लाइन की सफ़ाई करते हुए सफ़ाई कर्मियों की मौत की ख़बरें लगातार आती रही हैं। ऐसी मौतों की गिनती तक के लिए अभी तक कोई ठोस काम नहीं हुआ है। हालाँकि, जब तब कुछ आँकड़े ज़रूर बताए जाते हैं। इसका कारण ढूंढने या बचाव के उपाय के लिए नीति बनाने की तो बात ही दूर है। तो सवाल है कि इतना ख़तरनाक काम आख़िर करता कौन है? आख़िर ये लोग कौन हैं?