केंद्रीय कानून मंत्रालय ने कानून और न्याय से संबंधित संसद की एक स्थायी समिति को बताया है कि पिछले 5 साल में भारत के सभी हाई कोर्ट में जितने जजों की नियुक्ति हुई है, उसमें से 79 फीसद जज ऊंची जाति या सामान्य वर्ग के थे।