हरियाणा में कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी की कथित ब्लैकमेलिंग के आगे झुकने से इनकार कर दिया। आप ने कांग्रेस से 10 सीटें मांगी थीं। कांग्रेस ने साफ मना कर दिया। इसके बाद आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कांग्रेस को तीन सीटों पर राजी करने की कोशिश की लेकिन कांग्रेस दो से ज्यादा सीटें देने को तैयार नहीं थी। आखिर में आप ने सोमवार शाम को हरियाणा में अपने प्रत्याशी 20 सीटों पर घोषित कर दिए। आप की घोषणा से कम से कम हरियाणा कांग्रेस के नेता खासे खुश नजर आए कि किसी तरह पीछा छूटा। लेकिन खुद आप ने अपने पिछले चुनावी प्रदर्शनों पर ध्यान नहीं दिया, जिसमें उसे नोटा से कम वोट मिले और सारे प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने आप को कुरुक्षेत्र सीट दी थी लेकिन प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता चुनाव हार गए।
राजनीतिक बेशर्मीः हरियाणा में नोटा से भी कम वोट पाने वाली AAP ने मांगीं ज्यादा सीटें
- हरियाणा
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- 29 Mar, 2025
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 में आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन गहन विश्लेष का विषय है। पार्टी को 60 सीटों पर चुनाव लड़ने के बावजूद नोटा से कम वोट मिले। सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी। फिर भी इस पार्टी को समझौते में कांग्रेस से ज्यादा सीटें चाहिए। आप प्रमुख केजरीवाल हरियाणा के ही रहने वाले हैं। हरियाणा के वैश्य समुदाय ने ही सबसे पहले उनके लिए चंदा जमाकर उन्हें राजनीतिक ताकत दी थी। इसलिए केजरीवाल की दबी हुई हसरत हरियाणा में अपनी सरकार बनते देखना है। जल्द ही पूरा विश्लेषण पेश किया जाएगा। इस रिपोर्ट को अपडेट किया जाएगा।
