स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी की कॉमेडी से क्या सार्वजनिक सुरक्षा को ख़तरा हो सकता है? यदि किसी के हँसाने से ऐसा ख़तरा होने लगे तो फिर किस-किस चीज से ख़तरा हो सकता है, इसकी कल्पना ही की जा सकती है!