loader

ताकत दिखाने का प्रदर्शन नहीं होनी चाहिए नमाज: खट्टर

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने एक बार फिर गुड़गांव में नमाज के विरोध के मुद्दे पर बयान दिया है। खट्टर ने कहा है कि नमाज नमाज ही रहनी चाहिए और यह ताकत दिखाने का प्रदर्शन नहीं होनी चाहिए। 

बता दें कि गुड़गांव में सार्वजनिक जगहों पर जुमे की नमाज पढ़े जाने का हिंदू संगठन बीते कई महीनों से लगातार विरोध कर रहे हैं। 

खट्टर ने कुछ दिन पहले विधानसभा में भी एक सवाल के जवाब में कहा था की ताकत का प्रदर्शन करना जिससे दूसरे समुदाय की भावनाएं भड़कती हों, यह गलत है। 

ताज़ा ख़बरें

इंडियन वीमेन प्रेस कॉर्प के सदस्यों से बात करते हुए खट्टर ने कहा कि सार्वजनिक जगहों पर प्रार्थना सभा करना गलत है। उन्होंने कहा कि लोग अपनी पूजा-प्रार्थना करने के लिए आजाद हैं लेकिन यह कुछ निश्चित जगहों पर होनी चाहिए और अगर इसे लेकर कोई विवाद होता है तो लोगों को प्रशासन के पास जाना चाहिए। 

बीते दिनों हरियाणा के पटौदी में क्रिसमस के त्योहार का भी विरोध हुआ था। खट्टर ने इस बारे में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और ऐसी घटनाओं का समर्थन नहीं किया जाना चाहिए। 

Manhor Lal Khattar remarks on gurgaon namaz issue  - Satya Hindi

किसानों के आंदोलन के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान नेताओं की अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं थीं।जैसे गुरनाम सिंह चढ़ूनी चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन वह भी किसान नेता के रूप में सामने आ गए। 

कुछ दिन पहले खट्टर ने नमाज़ को लेकर ऐसा बयान दिया था, जिसकी काफी चर्चा हुई थी। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि नमाज़ पढ़ने की जो प्रथा यहां खुले में हुई है, इसे क़तई सहन नहीं किया जाएगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि इस मामले में बैठकर शांतिपूर्वक हल निकाला जाएगा। उन्होंने मुसलिमों को सलाह दी थी कि वे अपने घर में नमाज़ पढ़ें। 

हरियाणा से और खबरें

बीते महीनों में कई बार ऐसा हुआ है जब हिंदू संगठनों के लोग नमाज़ वाली जगहों पर पहुंचे और जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे लगाए। मुसलिम समुदाय के लोगों ने नारेबाज़ी के बीच ही नमाज़ अदा की। इस दौरान हिंदू संगठनों और मुसलिम समुदाय के लोगों के बीच पुलिस भी खड़ी रही। 

चयनित जगहों पर भी एतराज

हिंदू संगठनों के नेताओं को उन 37 जगहों को लेकर भी एतराज है, जिनका चयन मुसलिम समुदाय, हिंदू समुदाय और प्रशासन के अफ़सरों के बीच लंबी बातचीत के बाद नमाज़ पढ़ने के लिए किया गया था। उसके बाद से मुसलिम समुदाय के लोग इन जगहों पर नमाज़ अदा करते आ रहे थे। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

हरियाणा से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें