loader
हरियाणा के गुहला इलाके में जेजेपी विधायक को महिला ने थप्पड़ मारा।

हरियाणाः बाढ़ से परेशान महिला ने जेजेपी विधायक को थप्पड़ मारा

हरियाणा में बाढ़ से नाराज एक महिला ने बुधवार को जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के विधायक ईश्वर सिंह को उस वक्त थप्पड़ मार दिया, जब वह गुहला में हालात का जायजा ले रहे थे। महिलाएं घग्गर नदी के उफान के कारण इलाके में बाढ़ की स्थिति को लेकर काफी नाराज थीं। विधायक वहां निरीक्षण को आए थे। 

"तुम अब क्यों आए हो?", उसने विधायक को थप्पड़ मारते हुए पूछा। महिला एक 'बंध (छोटा बांध)' के टूटने से नाराज थीं, जिसके कारण क्षेत्र में पानी घुस गया और बाढ़ आ गई। हरियाणा में लोग खुद के नुकसान पर इतना नाराज नहीं होते हैं, जितना खेती और फसल के नुकसान होने पर नाराज होते हैं। बाढ़ ने इस इलाके खेती को तबाह कर दिया है।

ताजा ख़बरें

वायरल वीडियो में विधायक के आसपास लोगों की भीड़ खड़ी दिख रही है। तभी गुस्से में दिख रही महिला आगे आती है और उसे थप्पड़ मार देती है। विधायक बाढ़ का जायजा ले रहे थे, लोगों ने उन्हें घेर रखा था और उसी दौरान यह घटना हो गई। नीचे वीडियो देखिए-

घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए जेजेपी विधायक ने कहा कि जब वो एक गांव में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने गए तो लोगों ने उनका अपमान किया। जेजेपी हरियाणा में भाजपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने विधायक के हवाले से कहा, "महिला ने मुझसे कहा कि अगर मैं चाहता तो 'बंध' नहीं टूटता। हालांकि मैंने उसे समझाया कि यह एक प्राकृतिक आपदा है और पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश हुई थी।"

उन्होंने कहा कि मैंने महिला को उसकी हरकत के लिए 'माफ' कर दिया है और वो उसके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, "मैं नहीं चाहता कि उसने जो किया उसके लिए कोई कार्रवाई की जाए। मैंने उसे माफ कर दिया है।" राहत उपाय चल रहे हैं क्योंकि पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश के बाद पंजाब और हरियाणा के कई गांव घग्गर नदी के उफनने से प्रभावित हैं।
हरियाणा की घग्गर नदी का उफनना और बाढ़ आना नई बात नहीं है। हर बार तेज बारिश में ऐसा होता है। लोग इस बात पर नाराज हैं कि हर चुनाव में राजनीतिक दलों के नेता इस समस्या को दूर करने का वादा करते हैं। घग्गर की बाढ़ चुनावी मुद्दा भी बनता है। लेकिन जो भी विधायक बनता है, वो जीतने के बाद भूल जाता है। लोगों की नाराजगी इसी बात को लेकर ज्यादा है। 
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

हरियाणा से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें