करनाल में मंगलवार को किसानों के विरोध-प्रदर्शन के मद्देनज़र हरियाणा सरकार ने पाँच ज़िलों में मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया है। सरकार ने कहा है कि ऐसा किसानों के विरोध के मद्देनज़र क़ानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए किया गया है। इसके अलावा करनाल में भारी तादाद में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। हालाँकि, पुलिस ने कहा है कि किसी भी क़ानून और व्यवस्था को बाधित करने के प्रयास को रोकने के लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतज़ाम किए गए, लेकिन समझा जाता है कि किसानों के प्रदर्शन से सरकार की अपनी चिंताएँ हैं। प्रदर्शन करने वाले किसानों ने मंगलवार को करनाल में मिनी सचिवालय का घेराव करने का आह्वान किया है।
सरकार के आदेश के अनुसार, करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद और पानीपत ज़िलों में मंगलवार रात 12:00 बजे से 24 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा पुलिस ने वाहन चालकों को, खासकर नेशनल हाइवे-44 पर यात्रा करने वालों के लिए एक यातायात सलाह भी जारी की है और इसने रूट डायवर्जन किया है।
उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर में सफल किसान महापंचायत से किसान नेता उत्साहित हैं। किसानों ने घोषणा की है कि वे देश भर में केंद्र सरकार के तीनों कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ विरोध तेज़ करेंगे। किसान यूनियन के नेता दर्शन पाल सिंह ने मुज़फ़्फ़रनगर में हुए किसान महापंचायत में भारत बंद का एलान करते हुए कहा कि कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ किसान आन्दोलन और तेज़ किया जाएगा।
किसान नेताओं ने तो मुज़फ़्फ़रनगर किसान महापंचायत में यह भी घोषणा की कि 27 सितंबर को भारत बंद कराएँगे और चुनावों में बीजेपी का विरोध करेंगे। किसान नेताओं ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और अन्य विधानसभा चुनावों में बीजेपी का विरोध किया जाएगा। मुज़फ़्फ़रनगर के किसान महापंचायत में यह भी फ़ैसला किया गया कि गोरखपुर, लखनऊ, बनारस, कानपुर समेत यूपी के सभी मंडलों में महापंचायत आयोजित की जाएँगी।
ऐसे उत्साह के बीच ही जब किसानों ने करनाल में मंगलवार को विरोध-प्रदर्शन की घोषणा की तो हरियाणा सरकार की चिंताएँ झलकने लगीं।करनाल में इतनी बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए हैं कि शहर छावनी में तब्दील हो गया लगता है। पुलिस ने शांतिपूर्ण तरीक़े से प्रदर्शन की अपील की है।
7 सितंबर को विभिन्न किसान संगठनों द्वारा ‘#करनाल #मिनी #सचिवालय #का #घेराव‘ के आह्वान को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। किसान संगठनों से अपील कि शांतिपूर्वक व कानून के दायरे में रहकर ही करें प्रर्दशन- #करनाल_पुलिस।@police_haryana @DGPHaryana @nsvirk @igkarnal
— Karnal Police (@PoliceKarnal) September 6, 2021
इसके अलावा यातायात मार्ग को भी बदला गया है। 'द इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के अनुसार, एडीजीपी (क़ानून व्यवस्था) नवदीप विर्क ने कहा, 'मुख्य नेशनल हाइवे 44 (अंबाला-दिल्ली) पर करनाल ज़िले में कुछ यातायात बाधित हो सकता है। इसलिए एनएच 44 का उपयोग करने वाले आम जनता को सलाह दी जाती है कि वे करनाल शहर से यात्रा करने से बचें या अन्यथा अपने गंतव्य तक जाने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें।'
अपनी राय बतायें