हरियाणा में चुनाव प्रचार गरमाता जा रहा है। तमाम राजनीतिक दलों के नेता बार-बार एक ही जुमला दोहराते रहते हैं कि वे राज्य की सभी "36 बिरादरी" के हितों का प्रतिनिधित्व करते हैं। चाहे वो विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा हों, इस बात पर जोर देते रहते हैं कि कांग्रेस "36 बिरादरी की पार्टी" है और कांग्रेस को उन सभी का समर्थन प्राप्त है। बीजेपी भी ऐसे ही दावे करती है। हाल ही में, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और पार्टी की घोषणापत्र समिति के प्रमुख ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा, "अगर पार्टी चुनाव में सत्ता में वापस आती है तो हमने 36 बिरादरी में से प्रत्येक के हितों की देखभाल के लिए एक कल्याण बोर्ड का वादा किया है।" यह अलग बात है कि यही भाजपा जब मुस्लिम बहुल मेवात में प्रचार करती है तो वहां 36 बिरादरी की बात नहीं करती है। क्योंकि इस 36 बिरादरी में हरियाणा के मुस्लिम और दलित भी आते हैं।