दिल्ली से सटे गुड़गांव में एक बार फिर खुले में शुक्रवार की नमाज़ पढ़े जाने का विरोध किया गया। इस बार यह वाकया सेक्टर 37 में हुआ। हिंदू संगठनों के लोग यहां पहुंचे और जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे लगाए। मुसलिम समुदाय के लोगों ने नारेबाज़ी के बीच ही नमाज़ अदा की। इस दौरान हिंदू संगठनों और मुसलिम समुदाय के लोगों के बीच पुलिस भी खड़ी रही।
गुड़गांव में 5 गुरुद्वारों की एक कमेटी ने मुसलिमों से कहा था कि वे गुरुद्वारे में आकर नमाज़ पढ़ सकते हैं। लेकिन मुसलिम समुदाय के लोगों ने इस बार वहां नमाज़ नहीं पढ़ी।
दक्षिणपंथी संगठनों ने एक गुरुद्वारे के बाहर मुसलिम विरोधी पोस्टर लगा दिए गए थे। इससे पहले उन्होंने नमाज़ पढ़ी जाने वाली एक जगह पर गाय के गोबर के उपले भी रख दिए थे।
चयनित जगहों पर भी एतराज
हिंदू संगठनों के नेताओं को उन 37 जगहों को लेकर भी एतराज है, जिनका चयन मुसलिम समुदाय, हिंदू समुदाय और प्रशासन के अफ़सरों के बीच लंबी बातचीत के बाद नमाज़ पढ़ने के लिए किया गया था। उसके बाद से मुसलिम समुदाय के लोग इन जगहों पर नमाज़ अदा करते आ रहे थे।
लेकिन बीते कुछ हफ़्तों से एक बार फिर हिंदू संगठनों के लोगों ने सेक्टर 12-A और सेक्टर 47 में नमाज़ पढ़ने वाले लोगों का विरोध शुरू कर दिया। कई आरडब्ल्यूए भी इन लोगों के समर्थन में आ गईं और प्रशासन ने 37 जगहों में से 8 जगहों पर दी गई अनुमति को वापस ले लिया।
गुड़गांव में हिंदू संगठनों के नेता बीते कई हफ़्तों से सार्वजनिक जगहों पर शुक्रवार की नमाज़ पढ़े जाने का विरोध कर रहे हैं और इनके नेता भड़काऊ बयानबाज़ी कर रहे हैं। उनके भाषणों में शाहीन बाग से लेकर पाकिस्तान तक का जिक्र होता है। उन्होंने एलान किया है कि गुड़गांव में कहीं भी खुले में जुमे की नमाज़ नहीं होने दी जाएगी।
दिल्ली बीजेपी के नेता कपिल मिश्रा, विहिप के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त सचिव सुरेंद्र जैन और हरियाणा बीजेपी के नेता सूरज पाल अम्मू गुड़गांव पहुंचकर भड़काऊ बयानबाज़ी कर चुके हैं। इससे पहले ‘गुड़गांव तो बस झांकी है, पूरा देश बाकी है’ के नारे लग चुके हैं।
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