देशभक्ति-जनसेवा की हुंकार भरने वाली भोपाल पुलिस समय रहते सुन लेती और एक्शन ले लेती तो संभवतः एक ही परिवार के पांच लोगों को सामूहिक तौर पर ज़हर नहीं पीना पड़ता! तीन लोगों की जान नहीं जाती।
शिवराज जी, भोपाल पुलिस सुन लेती तो पांच लोगों को नहीं पीना पड़ता ज़हर!
- मध्य प्रदेश
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- 27 Nov, 2021

सूदखोरों के आतंक से परेशान होकर पूरे परिवार को आत्महत्या जैसा क़दम उठाने को मज़बूर होना पड़ा। इस मामले में पुलिस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
यह हम नहीं कह रहे, जहर पीने के बाद जिंदा बच गईं भोपाल निवासी संजीव जोशी की पत्नी अर्चना का कबूलनामा है।
सूदखोरों ने किया परेशान
मौत से संघर्ष करते हुए अर्चना ने अस्पताल में कर्मचारियों के सामने इस बात का खुलासा किया है। अर्चना के अनुसार सूदखोरों के आतंक और धमकियों की वजह से परिवार ने यह कदम उठाया।
अर्चना ने पुलिस से कहा है, ‘जो सुसाइड नोट उसने और उनके परिजनों ने लिखा है, उसी को उनका मृत्यु से पहले का बयान माना जाये।’ अर्चना के पति संजीव भी सुसाइड नोट पर अडिग हैं। सामूहिक तौर पर ज़हर खाने की वजह वह भी वही बता रहे हैं जो अर्चना ने बताई है।