किसी मुस्लिम की लिंचिंग करने से पहले बैठक करना, मांस की दुकानें बंद कराना और आप्रवासियों को भगाने का प्रोपेगेंडा तय हुआ हो तो लिंचिंग की वजह क्या होगी, क्या इसे समझना इतना मुश्किल है? चरखी दादरी में इस साल ही अगस्त महीने में हुई लिंचिंग को लेकर जो पुलिस की चार्जशीट आई है उसमें तो कम से कम ऐसे ही तथ्य उजागर हुए हैं।
लिंचिंग से पहले मांस दुकानें बंद करने, आप्रवासियों को भगाने के लिए बैठक!
- हरियाणा
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- सत्य ब्यूरो
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- 6 Dec, 2024
चरखी-दादरी में इस साल अगस्त महीने में हुई गोमांस के आरोप में लिंचिंग में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जानिए, पुलिस की चार्जशीट में क्या कहा गया है।

वैसे, चरखी-दादरी के कस्बा बाढड़ा में 27 अगस्त को एक युवक की पीट-पीटकर हत्या मामले में चौंकाने वाला तथ्य लैब की रिपोर्ट में ही आ गया था। लैब रिपोर्ट में साफ़ तौर पर कहा गया था कि इसमें गोवंश का मांस नहीं मिला। गोवंश का मांस मिलने का आरोप लगाकर ही युवक को पीट-पीट कर मार दिया गया था। अब जो रिपोर्ट आई है उसमें कहा गया है कि चरखी दादरी में कथित तौर पर गौ रक्षा दल, हरियाणा के सदस्यों द्वारा गोमांस खाने के आरोप में एक प्रवासी मजदूर की हत्या से दो दिन पहले, आरोपियों ने गांवों में मांस की दुकानें बंद करने और इलाके में झुग्गियों में रहने वाले असम और बंगाल के मुसलमानों के दस्तावेज मांगने पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की थी।