केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा के सूरजकुंड में आयोजित एक कार्यक्रम में राज्य के गृह मंत्री अनिल विज को उनके 8.30 मिनट के भाषण में चार बार टोक दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। अनिल विज हरियाणा बीजेपी के वाकपटु नेताओं में गिने जाते हैं और तमाम मुद्दों पर उनकी राय सोशल मीडिया और टीवी चैनलों पर देखने को मिलती रहती है।
गृह मंत्रालय ने फरीदाबाद के सूरजकुंड में आंतरिक सुरक्षा पर दो दिन के चिंतन शिविर का आयोजन किया है। चिंतन शिविर में 10 राज्यों के मुख्यमंत्री और गृह मंत्रियों के साथ ही राज्यों की पुलिस के तमाम बड़े अफसर भी शामिल हुए हैं। इसी चिंतन शिविर में यह वाकया हुआ।
इस शिविर में कानून और व्यवस्था के साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मसलों पर भी चर्चा हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शुक्रवार को चिंतन शिविर को संबोधित करेंगे।
इसके बाद अनिल विज हरियाणा में चल रही 112 नंबर की सेवा के बारे में बताने लगे। इस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें फिर टोका और कहा कि कृपया वह अपना भाषण समाप्त करें और हमें समय का ध्यान रखना होगा।
इसके बाद अनिल विज फिर से अपनी बात कहने लगे तो अमित शाह ने उन्हें फिर से इसके लिए टोका। गृह मंत्री अमित शाह के दायीं ओर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ ही तमाम बड़े अफसर और अन्य लोग बैठे हुए थे।
#Haryana के गृह मंत्री #AnilVij देश के गृह मंत्री #AmitShah के साथ चल रही बैठक में दे रहे थे लंबा-चौड़ा भाषण। इस बीच शाह ने उनके भाषण को बीच में रोकते हुए कह दी ये बात। पूरा मामला जानने के लिए देखें वीडियो। pic.twitter.com/yxv9MjHJgg
— I.khan S.P.(प्रदेश सचिव अल्पसंख्यक सभा) (@islamkhan919) October 28, 2022
अनिल विज ने जब उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया तो अमित शाह को बार-बार दखल देना पड़ा। अंत में शाह ने विज से कहा कि हमें कार्यक्रम आगे बढ़ाना पड़ेगा, आपका धन्यवाद।
जब अमित शाह ने अनिल विज को बार-बार टोका तो इस दौरान वहां मौजूद तमाम मुख्यमंत्री और अन्य अफसर भी धीरे से मुस्कुराने लगे।
हरियाणा सरकार में शाह का रोल
अमित शाह गृहमंत्री होने के साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं और हरियाणा में 2014 और 2019 में बीजेपी की सरकार बनाने में उनकी अहम भूमिका रही है। इन दोनों चुनावों के दौरान वह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। 2014 में तो बीजेपी ने अकेले दम पर सरकार बनाई थी जबकि 2019 में उसे सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत के लायक 46 सीटें नहीं मिल सकी थी।
अपनी राय बतायें