दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भारतीय नोटों पर महात्मा गांधी के साथ-साथ लक्ष्मी और गणेश की तस्वीर लगाए जाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख दिया है। दो दिन पहले अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारतीय नोटों में लक्ष्मी और गणेश की तस्वीर लगाए जाने की मांग की थी। उनकी इस मांग के बाद बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं ने भी तमाम प्रतिक्रियाएं दी और सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर माहौल काफी गर्म रहा है।
आम आदमी पार्टी ने बीजेपी से पूछा है कि वह केजरीवाल की इस मांग का विरोध आखिर क्यों कर रही है।
क्या लिखा है पत्र में?
केजरीवाल ने अपने पत्र में लिखा है कि देश के 130 करोड़ लोगों की इच्छा है कि भारतीय नोटों पर एक तरफ गांधी जी और दूसरी तरफ गणेश और लक्ष्मी की तस्वीर होनी चाहिए। केजरीवाल ने लिखा है कि आज देश की अर्थव्यवस्था बुरे दौर से गुजर रही है इसलिए एक ओर हम सभी देशवासियों को कड़ी मेहनत करने की जरूरत है तो दूसरी ओर हमें भगवान का आशीर्वाद भी चाहिए ताकि हमें अपने प्रयासों का बेहतर फल मिल सके।
केजरीवाल ने पत्र में लिखा है कि सही नीति, कड़ी मेहनत और भगवान के आशीर्वाद के संगम से ही देश आगे तरक्की करेगा। उन्होंने यह भी लिखा है कि उनकी इस मांग को जबरदस्त जन समर्थन मिला है और लोगों में इसे लेकर उत्साह भी है। केजरीवाल के मुताबिक, सभी लोग चाहते हैं कि इसे तुरंत लागू किया जाए।
आंबेडकर, शिवाजी की तस्वीर की मांग
अरविंद केजरीवाल की मांग के बाद यह मामला तूल पकड़ गया है। पंजाब से कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी ने गुरूवार को ट्वीट कर कहा है कि भारत में जो नए नोट छापे जाएंगे, उनमें डॉक्टर बाबा साहेब आंबेडकर की तस्वीर क्यों नहीं लगाई जा सकती। उन्होंने कहा है कि एक तरफ महात्मा गांधी की और दूसरी तरफ डॉक्टर आंबेडकर की तस्वीर होनी चाहिए।
क्या कहा था केजरीवाल ने?
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि इंडोनेशिया में 85 फीसद से अधिक आबादी मुसलमानों की है और 2 फीसद से कम हिंदू हैं। लेकिन इंडोनेशिया में भी नोटों पर गणेश जी की तस्वीर छपी हुई है। उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार को नोटों पर लक्ष्मी-गणेश की तस्वीर लगानी चाहिए।
चुनावी हिंदू हैं केजरीवाल
केजरीवाल की इस मांग पर बीजेपी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा था कि आम आदमी पार्टी बताए कि उसने अपनी गुजरात इकाई के संयोजक गोपाल इटालिया और दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के खिलाफ क्या कार्रवाई की है। पूनावाला ने कहा कि दिवाली के मौके पर पटाखे फोड़ने को लेकर अरविंद केजरीवाल सरकार ने अपना फतवा जारी किया था। पूनावाला ने अरविंद केजरीवाल को चुनावी हिंदू बताया था।
जबकि संबित पात्रा ने कहा था कि अरविंद केजरीवाल राम मंदिर का विरोध करते रहे हैं। पात्रा ने कहा कि केजरीवाल सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कुछ दिनों पहले हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ टिप्पणी की थी और इसके बाद भी केजरीवाल ने उन्हें पार्टी से बर्खास्त नहीं किया।
गुजरात और हिमाचल के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले केजरीवाल ने यह मांग करके बीजेपी को घेरने की कोशिश की है। देखना होगा कि बीजेपी उनकी इस मांग पर क्या जवाब देती है।
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