गुजरात विधानसभा में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) यानी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने कुल 13 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे लेकिन राज्य के मुसलमानों ने उसे कोई महत्व नहीं दिया। उसे अभी तक 0.31%  वोट मिले हैं। लेकिन जिस तरह से बीजेपी प्रचंड बहुमत की ओर बढ़ रही है, उसे देखते हुए ओवैसी की पार्टी को थोड़े बहुत वोट मिल जाएंगे लेकिन उसका 1% वोट पाना भी मुश्किल लग रहा है। ओवैसी जिस तरह से गुजरात में भाषण दे रहे थे और अपनी आंखों को नम कर रहे थे, उस हिसाब से मुस्लिम मतदाताओं ने उन्हें जवाब नहीं दिया। पश्चिम बंगाल के बाद गुजरात ऐसा राज्य हो गया है जहां मुसलमानों में ओवैसी पैठ नहीं जमा पाए। बिहार जैसी सफलता ओवैसी कहीं फिलहाल दोहरा नहीं पा रहे हैं।