जिस गुजरात को अक्सर विकास और आर्थिक प्रगति के मॉडल के रूप में पेश किया जाता है, वहाँ दलित समुदाय की स्थिति लंबे समय से चर्चा और विवाद का विषय रही है। संवैधानिक अधिकारों और कानूनी सुरक्षा के बावजूद, राज्य में दलितों के ख़िलाफ़ हिंसा, भेदभाव और उत्पीड़न के मामले सामने आते रहते हैं। गुजरात के साबरकांठा जिले के वडोल गांव में 11 मार्च को एक दलित व्यक्ति के साथ हुई बर्बर घटना ने एक बार फिर जातिगत हिंसा और सामाजिक असमानता के मुद्दे को सुर्खियों में ला दिया है। इस घटना में कथित तौर पर ऊंची जाति के लोगों ने दलित व्यक्ति को निर्वस्त्र कर पीटा और गांव में घुमाया। यह सब कथित रूप से एक महिला के साथ उसके विवाहेतर संबंधों के चलते हुआ। यह घटना 13 मार्च को तब पुलिस के संज्ञान में आई, जब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।