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यह तस्वीर अहमदाबाद की है। तस्वीर सोशल मीडिया पर डाली गई है।

सोशल मीडिया पर दिखी 'गुजरात मॉडल' की असली तस्वीर 

देश में गुजरात मॉडल की चर्चा बहुत सुनी गई, लेकिन इस बार बारिश ने उस मॉडल को धो डाला। ट्विटर पर बुधवार को गुजरात मॉडल फेल नाम से टॉप ट्विटर ट्रेंड में था। करीब 8 हजार ट्वीट्स गुजरात मॉडल का मजाक करते हुए पोस्ट किए गए। लोगों ने गुजरात की धंसी हुई सड़कों में कार के घुसने, पानी के अंदर खड़े होकर लाइव वीडियो बनाने जैसी तस्वीरें सोशल मीडिया पर डालकर गुजरात मॉडल की असलियत बता दी है। गुजरात के तमाम शहरों से ऐसी तस्वीर डाली गईं हैं। 

गुजरात में इस समय राज्य राजमार्गों और पंचायत राजमार्गों सहित 388 सड़कों को बंद कर दिया गया है। विभिन्न जिलों से 3,000 से अधिक लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। किसी राज्य में 388 सड़कों का बंद किया जाना छोटी बात नहीं है। इसका अर्थ यह है कि राज्य में सारा ट्रैफिक जहां का तहां फंस कर रह गया होगा।

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नवसारी, गिर सोमनाथ, सूरत, राजकोट, बनासकांठा, वलसाड, भावनगर, कच्छ, जामनगर, अमरेली, द्वारका और जूनागढ़ के हालात भयावह हैं। एनडीआरएफ के अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि कई गांवों से तो संपर्क ही कट गया है। वहां पहुंचना मुश्किल हो रहा है। हैरानी तो यह है कि गुजरात की राजधानी अहमदाबाद तक में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।

अभी पांच दिन पहले गुजरात में जो हुआ, उसकी चर्चा राष्ट्रीय मीडिया में नहीं हुई। शेष देश भी गुजरात मॉडल की हकीकत नहीं जान पाया। नर्मदा नहर का एक हिस्सा उद्घाटन के 24 घंटे के भीतर ही ढह गया। इस संबंध में कांग्रेस और आप जैसे विपक्षी दलों ने वीडियो साझा किया जिसमें नहर का टूटा हुआ हिस्सा देखा जा सकता है, जिसके माध्यम से खेतों में पानी बह रहा था। 
कांग्रेस के सरल पटेल ने कहा कि गुजरात सरकार ने मांडवी, कच्छ तक नर्मदा नहर के पूरा होने का जश्न मनाया था लेकिन 24 घंटों के भीतर उसी नर्मदा नहर का एक हिस्सा ढह गया, और जो पानी कच्छ के किसानों के लिए वरदान माना जाता था, वह उनके लिए कल बन गया। पानी उनके खेतों में पानी भर गया और उनकी फसलों को नष्ट कर दिया। इसके उद्घाटन के समय 7 जुलाई को राज्य के सीएम ने इसे पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट बताया था। गुजरात की राजधानी अहमदाबाद शहर के इस वीडियो को देखिए-
केंद्र में जब नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद संभाला था तो उस समय गुजरात मॉडल के उदाहरण दिए जाते हैं। बाद में तमाम अन्य बीजेपी शासित राज्यों के अधिकारी गुजरात मॉडल के इन्फ्रास्ट्रक्चर का अध्ययन करने, देखने के लिए गुजरात के दौरे करने लगे। देश के कई उद्योगपतियों ने भी गुजरात मॉडल की शान में कसीदे पढ़े। करीब आठ वर्षों से मोदी गुजरात के सीएम नहीं हैं, लेकिन इसके बावजूद आज भी गुजरात मॉडल का जिक्र होता है। लेकिन इस बारिश ने बता दिया कि दरअसल गुजरात मॉडल क्या है। सोशल मीडिया पर जिस तरह लोगों ने लिखा है, सच वही है, सच वो नहीं है जिसे गुजरात को लेकर अक्सर बयान किया जाता है। अब इस ट्वीट को देखिए, इन्होंने सारी फोटो जमा करके कुछ बताने की कोशिश की है-
इस ट्विटर यूजर को मेयर का वाहन पानी में नजर आया तो उसने फोटो खींचने में देर नहीं लगाई।
गुजरात के राजकोट का यह वीडियो हिला देने वाला है। हालांकि राजकोट एक कारोबारी शहर है लेकिन वहां क्या विकास कार्य हुए, उसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
गुजरात के तमाम शहरों और कस्बों से ऐसी तस्वीरों और वीडियो की सोशल मीडिया पर भरमार है। गुजरात मॉडल के इस सच को बीजेपी और उसके नेता हालांकि आसानी से स्वीकार नहीं करेंगे, लेकिन जनता ने उस सच को जरूर जान लिया है।
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क़मर वहीद नक़वी
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