गुजरात में बारिश से भारी तबाही हो रही है। गुरुवार सुबह राजकोट इंटरनेशनल एयरपोर्ट की दीवार गिर गई। कई शहरों में सड़कें गड्ढों में बदल गई हैं। गुजरात के विकास मॉडल की चर्चा बहुत की जाती थी लेकिन उस मॉडल की असलियत सामने आ रही है। पीएम मोदी ने गुजरात के सीएम को फोन करके वहां की स्थिति का पता लगाया है।
गुजरात मॉडल और पीएम मोदी की सफलता की कहानियां ध्वस्त हो चुकी हैं। अब जनता को तय करना है कि वो तीसरी बार उन्हें मौका देगी या नहीं। किसी एक ही व्यक्ति को पीएम पद के लिए फिर से (तीसरी बार) चुनना भारत के नागरिकों की बाध्यता तो नहीं है? आखिर किसे पीएम चुनना चाहिए? पढ़िए वंदिता मिश्रा का विचारोत्तेजक लेखः
प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार 27 सितंबर को वायब्रेंट गुजरात सम्मेलन में कांग्रेस को निशाने पर रखा। हालांकि कांग्रेस न तो केंद्र की सत्ता में है और न ही गुजरात की सत्ता में। पिछले दस वर्षों से मोदी केंद्र में हैं लेकिन वो कांग्रेस किसी भी दिन नहीं भूले।
देश में गुजरात मॉडल की बहुत चर्चा होती रही है। लेकिन बुधवार को सोशल मीडिया पर गुजरात मॉडल के खिलाफ करीब आठ हजार ट्वीट किए गए, लोगों ने बारिश में वहां की सड़कों और अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर को लेकर भयावह तस्वीरें डालीं। आप भी देखिए।