आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा है कि कांग्रेस अब खत्म हो गई है। केजरीवाल ने यह बात गुजरात के विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी का प्रचार करते हुए एक कार्यक्रम में कही। गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं और आम आदमी पार्टी वहां जोर-शोर से चुनाव लड़ रही है।
एक पत्रकार ने अरविंद केजरीवाल से सवाल पूछा कि कांग्रेस का कहना है कि पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार विज्ञापन में करोड़ों रुपए खर्च कर रही है और उसके पास तनख्वाह देने के लिए पैसे नहीं है। इस पर केजरीवाल ने कहा कि कांग्रेस अब खत्म हो गई है और उनके सवालों को लेना आप बंद कर दीजिए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी उनके सवालों की परवाह नहीं करता। इस पर वहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने आम आदमी पार्टी जिंदाबाद के नारे लगाए।
कांग्रेस का आप पर हमला
मंगलवार को ही दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय कुमार ने आम आदमी पार्टी पर करारा हमला किया और कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार किसी का भला नहीं चाहती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली मॉडल एक विज्ञापन का मॉडल है और आम आदमी पार्टी का मतलब है अरविंद एडवर्टाइजमेंट पार्टी। उन्होंने कहा कि हम जितनी जल्दी इस बात को समझ जाएंगे यह उतना ही भारत की राजनीति के लिए बेहतर होगा।
बताना होगा कि अजय कुमार खुद भी आम आदमी पार्टी में रह चुके हैं और पार्टी ने उन्हें झारखंड में प्रदेश अध्यक्ष भी बनाया था। लेकिन वह आम आदमी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में आ गए थे।
अजय कुमार ने कहा कि पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार ने 2 महीने में ही विज्ञापनों में 36 करोड़ रुपए खर्च कर दिए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को गुजरात जाने के लिए 45 लाख रुपए का प्राइवेट जहाज दिया जा रहा है और वही शख्स ऑटो में बैठने का नाटक करता है।
दिग्विजय ने बताया था बी टीम
कुछ दिन पहले ही कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने आम आदमी पार्टी और एआईएमआईएम को बीजेपी की बी टीम बताया था। उसके बाद एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने ममता बनर्जी और नीतीश कुमार पर निशाना साधा था और कहा था कि ये दोनों नेता पहले बीजेपी के साथ थे।
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का आमने-सामने आना बताता है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले इन्हें एक मंच पर ला पाना विपक्षी नेताओं के लिए मुश्किल होगा। वैसे भी केजरीवाल एलान कर चुके हैं कि उनकी पार्टी 2024 का लोकसभा चुनाव अपने दम पर लड़ेगी। लेकिन नीतीश ने उनसे एक साथ आने के लिए अनुरोध किया है।
दिल्ली और पंजाब
2013 में दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की सरकार बनी थी और यह सिर्फ 49 दिन ही चली थी। दिल्ली और पंजाब दो ऐसे राज्य हैं जहां पर आम आदमी पार्टी की सरकार के आने के बाद कांग्रेस की बुरी हालत हो चुकी है। दिल्ली में तो 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को शून्य सीट मिली थी जबकि 2022 में पंजाब में भी उसका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा था।
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