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NEET: गुजरात से भी जुड़े हैं चीटिंग के तार, करोड़ों के चेक बरामद

नीट परीक्षा धांधली के तार अब गुजरात से भी जुड़ गए हैं। छात्रों को NEET-UG परीक्षा पास कराने में कथित तौर पर मदद करने की कोशिश करने के आरोप में गुजरात के पंचमहल जिले के गोधरा शहर में जलाराम स्कूल के स्कूल प्रिंसिपल सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। परीक्षा 5 मई को आयोजित की गई थी। पुलिस ने इसे पे फॉर पास नाम दिया है।

यह मामला उस समय सामने आया है जब नीट यूजी परीक्षा में धांधली और पेपर लीक के आरोप लग रहे हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से लेकर मोदी सरकार का हर नेता इस बात पर अड़ा हुआ है कि नीट परीक्षा का न तो पेपर लीक हुआ और न ही कोई गड़बड़ी सामने आई है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) भी लगातार धांधली का खंडन कर रही है।

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गुजरात में गिरफ्तार आरोपियों में स्कूल टीचर तुषार भट्ट, एजुकेशन कंसल्टेंसी फर्म राय ओवरसीज के परशुराम राय और स्कूल प्रिंसिपल पुरषोत्तम शर्मा शामिल हैं। लेकिन पुरुषोत्तम शर्मा को इस मामले का सरगना बताया गया है।

गोधरा शहर के एसपी हिमांशु सोलंकी ने बताया कि इस मामले की सूचना सबसे पहले पंचमहल जिला कलेक्टर को मिली। उसके बाद यह कार्रवाई की गई। एसपी ने बताया कि “जिला शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे और भट्ट के फोन की जांच करने पर 30 छात्रों की एक सूची मिली। अधिकारियों ने उनकी कार से 7 लाख रुपये नकद भी बरामद किए।''

स्कूल के प्रिंसिपल और शिक्षक की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने राय को गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से 2.30 करोड़ रुपये के आठ खाली चेक और चेक का एक और सेट जब्त कर लिया। एसपी ने बताया कि कई चेक पर उन अभिभावकों के हस्ताक्षर थे जिनके बच्चे जलाराम स्कूल में नीट-यूजी परीक्षा में शामिल हुए थे।

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पुलिस के अनुसार, राय ने नीट परीक्षा देने जा रहे छात्रों को भट्ट से मिलवाया, जो स्कूल में फिजिक्स के टीतर और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा नियुक्त परीक्षा के लिए उप-अधीक्षक थे। यानी जिस शख्स पर एनटीए ने परीक्षा कराने की जिम्मेदारी डाली थी, वही इस कथित धांधली में शामिल था। कहा जा रहा है कि नीट परीक्षा देने वाले छात्रों के बीच पुरुषोत्तम शर्मा और तुषार भट्ट का काफी प्रचार किया गया था कि इन दोनों के जरिए नीट देने पर सौ फीसदी अंक आते हैं। 

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क़मर वहीद नक़वी
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