गोधरा शहर के एसपी हिमांशु सोलंकी ने बताया कि इस मामले की सूचना सबसे पहले पंचमहल जिला कलेक्टर को मिली। उसके बाद यह कार्रवाई की गई। एसपी ने बताया कि “जिला शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे और भट्ट के फोन की जांच करने पर 30 छात्रों की एक सूची मिली। अधिकारियों ने उनकी कार से 7 लाख रुपये नकद भी बरामद किए।''
स्कूल के प्रिंसिपल और शिक्षक की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने राय को गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से 2.30 करोड़ रुपये के आठ खाली चेक और चेक का एक और सेट जब्त कर लिया। एसपी ने बताया कि कई चेक पर उन अभिभावकों के हस्ताक्षर थे जिनके बच्चे जलाराम स्कूल में नीट-यूजी परीक्षा में शामिल हुए थे।
पुलिस के अनुसार, राय ने नीट परीक्षा देने जा रहे छात्रों को भट्ट से मिलवाया, जो स्कूल में फिजिक्स के टीतर और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा नियुक्त परीक्षा के लिए उप-अधीक्षक थे। यानी जिस शख्स पर एनटीए ने परीक्षा कराने की जिम्मेदारी डाली थी, वही इस कथित धांधली में शामिल था। कहा जा रहा है कि नीट परीक्षा देने वाले छात्रों के बीच पुरुषोत्तम शर्मा और तुषार भट्ट का काफी प्रचार किया गया था कि इन दोनों के जरिए नीट देने पर सौ फीसदी अंक आते हैं।
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