आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार इसुदान गढ़वी देवभूमि द्वारका की जाम खंभालिया सीट से चुनाव लड़ेंगे। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इसकी घोषणा की है। इसकी घोषणा तब की गई जब उस सीट के लिए नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन सोमवार को है।
केजरीवाल ने 1 दिसंबर को होने वाले पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन की आख़िरी तारीख़ से एक दिन पहले रविवार को ट्विटर पर इसकी घोषणा की। उन्होंने ट्वीट में कहा, 'गुजरात को भगवान कृष्ण की पवित्र भूमि से एक नया मुख्यमंत्री मिलेगा।
किसान , बेरोज़गार युवाओं ,महिलाओं ,व्यापारी के लिए सालों तक आवाज़ उठाने वाले इसुदान गढ़वी जाम खम्भालिया से चुनाव लड़ेंगे ! भगवान कृष्ण की पावन भूमि से गुजरात को एक नया और अच्छा मुख्यमंत्री मिलेगा
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 13, 2022
आप के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव 40 वर्षीय गढ़वी को इस महीने की शुरुआत में आप का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया गया था।
इसुदान गढ़वी गुजराती न्यूज़ चैनल VTV के संपादक रहे हैं और पिछले साल वह आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। टीवी पत्रकार के तौर पर गढ़वी ने गुजरात के डांग जिले में पेड़ों की कटाई में हुए 150 करोड़ के घोटाले का पर्दाफाश किया था। इस मामले में सरकार को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ी थी। गढ़वी ओबीसी समुदाय से आते हैं और वह टीवी पर महामंथन शीर्षक से एक शो करते थे। गढ़वी तटीय सौराष्ट्र के द्वारका जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने पत्रकारिता की पढ़ाई गुजरात विद्यापीठ से की है। गढ़वी इन दिनों गुजरात में परिवर्तन यात्रा भी निकाल रहे हैं।
गुजरात में 1 और 5 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे और नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे। पहले चरण में 89 और दूसरे चरण में 93 सीटों पर वोटिंग होगी। गुजरात में विधानसभा की 182 सीटें हैं। इसमें से 13 सीटें अनुसूचित जाति और 27 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।
पार्टी ने 182 विधानसभा सीटों में से 179 पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। तीन सीटों - मेहसाणा जिले के विसनगर और खेरालू और गांधीनगर जिले के मानसा में उम्मीदवारों की घोषणा करना बाक़ी है।
1990 से पाबुभा मानेक का गढ़ द्वारका में आप ने नाकुम बोगाभाई को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। 2002 में चुने जाने पर कांग्रेस में शामिल होने से पहले मानेक पहले तीन कार्यकालों के लिए एक स्वतंत्र उम्मीदवार थे। 2007 से वह भाजपा के लिए सीट जीत रहे हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में खंभालिया सीट पर कांग्रेस विधायक विक्रम मदाम का कब्जा है, जिन्होंने 2017 में बीजेपी के कालू चावड़ा को हराया था। खंभालिया 2007 से 2014 तक बीजेपी की सीट रही, उसके बाद 2014 के उपचुनाव में कांग्रेस का कब्जा हो गया। इस बार भी कांग्रेस ने इस सीट से मदाम को मैदान में उतारा है, जबकि बीजेपी प्रत्याशी मुलू बेरा हैं।
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