पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस के बाद अब एनसीपी में सेंध लगा दी है। गोवा में एनसीपी के एकमात्र विधायक चर्चिल अलेमाओ एनसीपी से इस्तीफ़ा देकर टीएमसी में शामिल हो गए हैं।
ममता बनर्जी दो दिन के गोवा दौरे पर पहुंची हैं। ममता की पूरी कोशिश राज्य में सरकार बनाने की है और बीते दिनों में टीएमसी ने यहां अपने चुनाव प्रचार को तेज़ किया है।
ममता बनर्जी से शायद यह उम्मीद एनसीपी मुखिया शरद पवार को भी नहीं रही होगी कि वे उन्हें गोवा में झटका दे सकती हैं। जबकि ममता ने कुछ दिन पहले ही शरद पवार से महाराष्ट्र जाकर मुलाक़ात की थी।
बड़े नेता हैं अलेमाओ
चर्चिल अलेमाओ गोवा के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। वह राज्य सरकार में पीडब्ल्यूडी जैसे अहम विभाग के मंत्री रहने के अलावा सांसद भी रह चुके हैं। उन्होंने दो बार अपनी पार्टी भी बनाई थी और वह कांग्रेस के साथ भी रहे हैं।
अलेमाओ पर 300 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार के मामले में संगीन आरोप लगे थे। उन पर आरोप था कि उन्होंने सड़कों की मरम्मत के निर्माण को लेकर टेंडर नोटिस निकालने में अपने पद का इस्तेमाल करते हुए फर्जीवाड़ा किया था जिससे उनके चहेते ठेकेदारों को फ़ायदा मिल सके। हालांकि अदालत ने उन्हें इस आरोप से बरी कर दिया था।
मिशन में जुटे फलेरो
ममता ने इससे पहले गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता लुइजिन्हो फलेरो को भी टीएमसी में शामिल कर लिया था और उन्हें राज्यसभा भी भेजा था। फलेरो गोवा में टीएमसी का विस्तार करने में जुटे हैं। वह राज्य की राजनीति के बड़े चेहरों को टीएमसी के साथ लाने के काम में जुटे हैं।
एमजीपी के साथ हुआ गठबंधन
टीएमसी को बीजेपी के एक पुराने सहयोगी दल का साथ मिल गया है। सहयोगी का नाम है- महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी)। एमजीपी के अध्यक्ष सुदीन धवलीकर हैं, जिन्होंने 2017 में बीजेपी की सरकार बनाने में मदद की थी। लेकिन बीजेपी ने एमजीपी के ही दो विधायकों को तोड़ लिया था और इसके बाद सुदीन धवलीकर को सरकार से बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
एमजीपी और टीएमसी चुनाव में मिलकर उतरेंगे। 40 सीटों वाली गोवा विधानसभा में एमजीपी 9 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।
केजरीवाल ने भी लगाया जोर
टीएमसी के अलावा आम आदमी पार्टी भी यहां जोर-शोर से मैदान में उतरी है। पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल लगातार गोवा का दौरा कर रहे हैं। माना जा रहा है कि टीएमसी और आम आदमी पार्टी यहां कांग्रेस को नुक़सान पहुंचा सकते हैं। आम आदमी पार्टी ने साफ कर दिया है कि वह टीएमसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
जीएफ़पी कांग्रेस के साथ
कुछ दिन पहले ही गोवा फ़ॉरवर्ड पार्टी (जीएफ़पी) ने कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का एलान किया था। गोवा फ़ॉरवर्ड पार्टी इससे पहले बीजेपी के साथ थी लेकिन इस बार उसने कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फ़ैसला किया है। जीएफ़पी को तगड़ा झटका तब लगा था जब इसके कार्यकारी अध्यक्ष किरन कांडोलकर टीएमसी में शामिल हो गए थे।
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