जब से दिल्ली के निज़ामुद्दीन में तब्लीग़ी जमात का कार्यक्रम हुआ है और उसमें कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामले आए हैं तब से सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो और मैसेज शेयर किए जा रहे हैं जो नफ़रत को फैलाते हैं। जो एक समुदाय को दानवीकरण करने की कोशिश करता है। सुप्रीम कोर्ट में तो एक याचिका दाखिल करके आरोप लगाया गया है कि मीडिया का कुछ हिस्सा भी यही काम कर रहा है और इसको रोका जाए व उन पर कार्रवाई की जाए। लेकिन सोशल मीडिया का क्या? वहाँ ऐसी ग़लत सूचनाएँ और अफवाह फैलाने वाले तो बेलगाम हैं। यदि पाकिस्तान के डेढ़ साल पुराने वीडियो को देश में ताज़ा हुई घटना बताई जाए तो इसके पीछे मक़सद क्या हो सकता है?
पाक के पुराने वीडियो को भारत में तब्लीग़ी जमात का बताकर झूठ फैला रहे कुछ लोग
- असत्य
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- 9 Apr, 2020
ख़ून में सना एक व्यक्ति के हंगामा करने के एक वीडियो में दावा किया गया है कि '14 दिन के एकांतवास में भी इन तब्लीग़ी जमात के लोगों ने अश्लीलता और आतंक मचा रखा है'। पढ़िए झूठ या सच।

हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया गया था। शेयर किए गए इस वीडियो में दिख रहा है कि ख़ून में सना एक व्यक्ति नंगा पड़ा है। इसके कैप्शन में लिखा गया था कि 'देखिए 14 दिन के एकांतवास में भी इन तबलीगी जमात के लोगों ने अश्लीलता और आतंक मचा रखा है'। फ़ैक्ट चेक करने वाली वेबसाइट 'ऑल्ट न्यूज़' ने लिखा कि वीडियो को 'राज शर्मा कानपुर💯%FB' (@RajShar41438261) ने ट्विटर पर 7 अप्रैल को शेयर किया था। हालाँकि बाद में जब यह फ़ेक न्यूज़ साबित हो गया तो उसने उस ट्वीट को डिलीट कर दिया।