दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान चुनाव आयोग की तटस्था पर कई बार सवाल उठे थे। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं के विवादास्पद, भड़काऊ और सांप्रदायिक बयानों पर जिस तरह आयोग ने अपेक्षाकृत हल्की सज़ाएं दीं, इससे उस पर अंगुलियाँ उठीं थीं। मतदान ख़त्म हो जाने के बाद उस पर एक बार फिर सवालिया निशान लग रहा है। इस बार मुद्दा यह है कि मतदान ख़त्म होने के कई घंटे बीत जाने के बाद भी आयोग ने यह क्यों नहीं बताया है कि कितना प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि मतदान ख़त्म होने के एक घंटे बाद ही यह इसका एलान करता आया है।