एयर इंडिया की फ्लाइट में हुए पेशाब मामले में पीड़ित महिला ने आरोपी शंकर मिश्रा के बयान पर पलटवार किया है। पीड़ित महिला सहयात्री ने कहा है कि इस मामले में शंकर मिश्रा ने जो बयान दिया है वह पूरी तरह झूठ और मनगढ़ंत है।
बता दें कि आरोपी शंकर मिश्रा ने शुक्रवार को अदालत से कहा था कि उसने महिला पर पेशाब नहीं की थी बल्कि महिला सहयात्री ने खुद पर पेशाब की थी।
महिला सहयात्री ने कहा कि शंकर मिश्रा ने अपनी जमानत अर्जी के लिए दायर याचिका में जो बातें कही हैं, वह पूरी तरह विरोधाभासी हैं। महिला ने कहा है कि इस घृणित काम पर पछतावा होने के बजाय आरोपी उसे और परेशान करने के इरादे से झूठी बातें फैला रहा है।
शंकर मिश्रा ने 26 नवंबर को न्यूयॉर्क से नई दिल्ली आ रही फ्लाइट में बिजनेस क्लास में सफर के दौरान महिला सहयात्री के साथ यह बदसलूकी की थी। महिला सहयात्री की उम्र 70 साल है। इस मामले को लेकर पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है।
शंकर मिश्रा को बीते हफ्ते दिल्ली पुलिस ने बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया था। दिल्ली पुलिस ने शंकर मिश्रा के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर नोटिस भी जारी किया था। शंकर मिश्रा मुंबई का रहने वाला है। अदालत ने उसे पिछले हफ्ते 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया था।
वकील ने उठाए सवाल
शंकर मिश्रा के वकील ने कहा है कि इस मामले में कोई गवाह भी नहीं है और यह मामला तभी सामने आया जब पीड़ित महिला ने उसके साथ ऐसी घटना होने का दावा किया। शंकर मिश्रा के वकील ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि पीड़ित महिला 9A सीट पर बैठी थी और उनके बगल में एक और महिला बैठी हुई थीं। पीड़ित महिला का दावा है कि शंकर मिश्रा ने इस तरह से पेशाब की कि इससे उनके बगल वाली महिला पर कोई असर नहीं पड़ा।
वकील ने सवाल उठाया कि आखिर यह कैसे संभव है कि बगल में बैठी हुई दूसरी महिला इस घटना से नाराज नहीं हुई। उन्होंने कहा कि जो भी आरोप लगाए गए हैं उनका कोई मतलब नहीं है।
इस मामले में सुनवाई के दौरान दिल्ली स्थित पटियाला हाउस कोर्ट की मजिस्ट्रेट कोर्ट ने कहा था कि शंकर मिश्रा के द्वारा किया गया कृत्य बेहद घृणित है। अदालत ने उसकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया था।
इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर जबरदस्त शोर होने के बाद शंकर मिश्रा की कंपनी वेल्स फ़ार्गो ने उसे नौकरी से निकाल दिया था। मिश्रा वेल्स फ़ार्गो कंपनी में इंडिया चैप्टर के वाइस प्रेसीडेंट के पद पर काम कर रहा था। इस कंपनी का मुख्यालय कैलिफोर्निया में है।
खबरों के मुताबिक, शंकर मिश्रा ने महिला से यात्री पर पेशाब करने के लिए माफी मांगी थी और उनसे गुहार लगाई थी कि वह इसकी जानकारी पुलिस में ना दें। पीड़ित महिला ने एफआईआर में बताया था कि इस घटना के बाद जब मिश्रा को उनके सामने लाया गया तो उसने रोना शुरू कर दिया और माफी मांगने लगा। महिला ने कहा था कि उस दौरान एयर इंडिया के क्रू का बर्ताव पूरी तरह अनप्रोफेशनल था।
इस संबंध में आईपीसी की कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयर इंडिया के अफसरों और केबिन क्रू को नोटिस जारी किया था।
अपनी राय बतायें