'रेहड़ी जिहाद'। यदि आपने 'सुदर्शन न्यूज़' के आपत्तिजनक 'यूपीएससी जिहाद' शो के बारे में सुना होगा तो इस 'रेहड़ी जिहाद' का अर्थ जानना ज़्यादा मुश्किल नहीं है। घोर दक्षिणपंथी और 'हिंदुत्वादी' अब इस नये शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं। जाहिर तौर पर नफ़रत फैलाने के लिए ही! यदि ऐसा नहीं है तो फिर 'दिल्ली में रेहड़ी जिहाद का आतंक' या '...जिहादियों के खिलाफ लठ लेकर सड़क पर उतरे दिल्ली के हिंदू' जैसे शीर्षक से ख़बरें प्रसारित और प्रकाशित क्यों की जा रही हैं?
दिल्ली में ‘रेहड़ी जिहाद’ की आड़ में नफरत का कारोबार!
- दिल्ली
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- 28 Jun, 2021
दिल्ली के उत्तम नगर में 'रेहड़ी जिहाद' का मामला चर्चा में आया है। ख़ुद को हिंदुत्ववादी कहने वाले लोगों का समूह सड़कों पर उतरा। वे नारे मुसलिम विरोधी लगा रहे थे। उसी दिन शाम में बीच सड़क में हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। आख़िर ऐसा क्यों?

दरअसल, इस 'रेहड़ी जिहाद' का मामला तब चर्चा में आया जब दिल्ली के उत्तम नगर में ख़ुद को हिंदुत्ववादी कहने वाले लोगों का समूह सड़कों पर उतरा। वे हाथों में लट्ठ लिए हुए थे। उन्होंने सड़क को जाम कर दिया। वे विरोध तो सड़क पर अतिक्रमण कर फल बेचने वालों का कर रहे थे लेकिन नारे मुसलिम विरोधी लगा रहे थे। उसी दिन शाम में बीच सड़क में हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। रिपोर्ट हैं कि उस क्षेत्र में अधिकतर फल विक्रेता मुसलिम हैं। एक लाइव वीडियो में तो हिंदुत्ववादी यह कहते सुने जा सकते हैं कि 'सभी मुसलिम विक्रेताओं को भगा दिया' और 'सभी विक्रेता मुसलिम थे'। जाहिर है, इसका निशाना मुसलिम ही थे!