अगले साल के शुरू में होने वाले दिल्ली नगर निगम के चुनाव राजधानी की राजनीति की दिशा तय करेंगे। नगर निगम चुनावों की धमक बहुत दूर तक सुनाई देती है। दिल्ली नगर निगम के पहले चुनाव 1958 में हुए थे। अब की बीजेपी और तब की जनसंघ ने पहली बार अगर किन्हीं चुनावों में हिस्सा लिया था तो वे दिल्ली नगर निगम के ही चुनाव थे। वहीं से उसकी यात्रा शुरू हुई थी और उसके बाद जनसंघ और फिर बीजेपी पूरे देश में फैली।
क्या तीनों नगर निगमों को एक करके दिल्ली का चुनाव जीत सकती है बीजेपी?
- दिल्ली
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- 12 Oct, 2021

क्या केंद्र सरकार तीनों नगर निगमों को मिलाकर फिर से एक करने जा रही है? क्या बीजेपी इसकी मांग कर रही है?
दिल्ली नगर निगम के चुनाव बड़ी ही प्रतिष्ठा वाले होते हैं। यही वजह है कि बीजेपी किसी न किसी तरह इन चुनावों को जीतना चाहती है। पांच राज्यों में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के ठीक बाद दिल्ली नगर निगम के चुनाव हैं और पार्टी इन चुनावों को भी उतनी ही तवज्जो देना चाहती है।
पिछली बार दिल्ली नगर निगम चुनावों से ठीक पहले बीजेपी ने एक बड़ा जोखिम उठाया था। तब भी अब जैसे ही हालात थे। आम आदमी पार्टी (आप) ने नगर निगम में भ्रष्टाचार को एक बड़ा मुद्दा बनाया हुआ था। नगर निगम में बीजेपी के पार्षदों को बेईमान और रिश्वतखोर साबित करने में आप ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी।