चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की तिथियों की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही आदर्श आचार संहिता भी लग चुकी है। लोकसभा की 543 सीटों के लिए चुनाव इस बार 19 अप्रैल से 1 जून तक 7 चरणों में होगा। 4 जून को चुनाव के नतीजे सामने आएंगे। पिछले 2019 के लोकसभा भी 7 चरणों में हुए थे।
पहला चरण 19 अप्रैल, दूसरा 26 अप्रैल, तीसरा 7 मई, चौथा 13 मई, पांचवां 20 मई, छठा 25 मई और सातवां चरण 1 जून को होगा।
कुछ राज्यों में जहां एक या दो चरण में ही चुनाव खत्म हो जायेंगे वहीं यूपी, पश्चिम बंगाल और बिहार जैसे बड़े राज्यों में 7 चरणों में चुनाव होगा। जिन राज्यों में 7 चरण में चुनाव हैं वे बड़ी आबादी और क्षेत्रफल वाले राज्य हैं। मतदान की प्रक्रिया सुचारु रूप से चल सके, निष्पक्षता के साथ मतदान हो और केंद्रीय बलों की तैनाती आसानी से हो सके इसके लिए कुछ राज्यों में 7 चरणों में मतदान करवाया जा रहा है।
19 अप्रैल को पहले चरण के साथ लोकसभा चुनाव की शुरुआत होगा। वहीं 1 जून को अंतिम यानी सातवें चरण का मतदान होगा। इस बार लोकसभा चुनाव में करीब 97 करोड़ मतदाता हैं। खास बात यह है कि इनमें 47 करोड़ महिला मतदाता और 1.8 करोड़ नए मतदाता हैं।
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव 7 फेज में होगा। यहां लोकसभा की सबसे ज्यादा 80 सीट है। उत्तर प्रदेश में कुल 15.29 करोड़ मतदाता हैं। इसमें पुरुण 8.14 करोड़ और महिलाएं 7.14 करोड़ हैं। पहले चरण में 19 अप्रैल को यहां की 8 सीट पर, दूसरे चरण 26 अप्रैल को 8 सीट पर, तीसरे चरण 7 मई को 10 सीट, चौथे चरण 13 मई को 13 सीट, पांचवे चरण 20 मई को 14 सीट, छठे चरण 25 मई को 14 सीट और सातवें चरण 1 जून को 13 सीट पर मतदान होगा।
सीटों के लिहाज से दूसरे स्थान पर रहने वाले महाराष्ट्र में लोकसभा की कुल 48 सीटें हैं। यहां 5 चरण में लोकसभा चुनाव होने हैं। यहां 19 अप्रैल को पहले चरण में पांच सीट, 26 अप्रैल को दूसरे चरण में 8 सीट, 7 मई को तीसरे चरण में 11 सीट और 13 मई को चौथे चरण में 11 सीटों पर, पांचवे चरण 1 जून को 13 सीट पर लोकसभा चुनाव होगा।
बिहार में लोकसभा की 40 सीटों के लिए सात चरणों में मतदान होगा। यहां पिछले लोकसभा चुनाव में भी 7 चरणों में मतदान हुआ था। मतदान के फेज के लंबा खींचने का कारण बिहार की बड़ी आबादी है। बिहार में कुल मतदाताओं की संख्या 7.64 करोड़ है।
इस बार सिर्फ तिथि बदल गई है, लेकिन हर फेज की सीटें वहीं है। बिहार में पहले फेज में 19 अप्रैल को 4 सीटों पर वोटिंग होगी। दूसरे फेज में 26 अप्रैल को 5 सीटों पर, तीसरे फेज में 7 मई को 5 सीटों पर, चौथे फेज में 13 मई को 5 सीटों पर, पांचवे फेज में 20 मई को 5 सीटों पर, छठे फेज में 25 मई को 8 सीटों पर और सातवें फेज में 1 जून को 8 सीटों पर मतदान होगा।
इसी तरह से पश्चिम बंगाल में भी 7 चरणों में मतदान होगा। यहां लोकसभा की 42 सीटें हैं। 19 अप्रैल को पहले चरण में यहां तीन सीटों पर मतदान होगा। 26 अप्रैल को तीन सीट, 7 मई को चार सीट, 13 मई को आठ, 20 मई को सात, 25 मई को आठ, 1 जून को नौ लोकसभा सीट पर चुनाव होगा।
मध्य प्रदेश में 4 चरणों में होगा चुनाव
मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीट पर 4 चरणों में मतदान होगा। यहां 5 करोड़ 63 लाख 40 हजार मतदाता हैं। यहां 19 अप्रैल को पहले चरण में 6 सीट पर, 26 अप्रैल को दूसरे चरण में 7 सीट पर, 7 मई को तीसरे चरण में 8 सीट पर और 13 मई को चौथे चरण में 8 सीट पर मतदान होगा। झारखंड में 4 चरणों में लोकसभा चुनाव होगा। शुरुआती तीन चरणों में झारखंड में वोटिंग नहीं होगी। इसके बाद के चार चरणों में मतदान होगा। इस तरह से 13 मई को होने वाले चौथे चरण से झारखंड में मतदान शुरु होगा, इस दिन 4 सीटों पर। पांचवे फेज में 20 मई को तीन सीटों पर, छठे फेज में 25 मई को 4 सीटों पर और सातवें चरण में 1 जून को 3 सीटों पर मतदान होगा।
छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में मतदान होगा। यहां 19 अप्रैल, 26 अप्रैल और 7 मई को मतदान होगा। यहां 19 अप्रैल को सिर्फ 1 सीट बस्तर पर चुनाव होगा। इसके बाद दूसरे चरण 26 अप्रैल को 3 सीट पर और 7 मई को तीसरे चरण में 7 सीट पर मतदान होगा।
राजस्थान की कुल 25 लोकसभा सीट पर दो चरण में ही मतदान होगा। यहां 19 अप्रैल को पहले चरण में 12 सीटों पर और 26 अप्रैल को दूसरे चरण में 13 सीटों पर मतदान होगा। यहां करीब 5 करोड़ 32 लाख मतदाता हैं।
पंजाब में लोकसभा की 13 सीटें हैं। यहां सभी 13 सीटों पर मतदान अंतिम चरण में ही होगा। यहां मतदान 1 जून को होगा। पंजाब में करीब 2 करोड़ 12 लाख मतदाता हैं। वहीं उत्तराखंड में 19 अप्रैल को लोकसभा की सभी 5 सीटों के लिए मतदान होगा।
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