दिल्ली में राज्य चुनाव आयोग ने बुधवार को नगरपालिका चुनावों की तारीख़ों की घोषणा को स्थगित कर दिया है। आम आदमी पार्टी ने चुनाव की तारीख़ों की घोषणा को टालने पर बड़े आरोप लगाए हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग बीजेपी के दबाव में आ गया है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया कि यह 'केंद्र के इशारे पर' किया जा रहा है।
इसको लेकर मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस की और बीजेपी पर कई आरोप लगाए। मनीष सिसोदिया ने कहा है कि हार के डर से बीजेपी ने चुनाव आयोग के ज़रिये चुनाव टाल दिए।
MCD में हार की डर से भाजपा ने चुनाव आयोग के जरिये चुनाव टाल दिए। MCD में 15 साल के भ्रष्टाचार से जनता दुखी है और इसी से डरकर भाजपा चुनाव से भाग रही है।
— Manish Sisodia (@msisodia) March 9, 2022
दिल्ली के लोग अब 'MCD में भी केजरीवाल' के लिए अपना मन बना चुका हैं। https://t.co/T97MCkpE3f
मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने केंद्र की बीजेपी सरकार के आगे घुटने टेक दिए हैं। उन्होंने कहा, 'यह देश के लोकतंत्र में एक दुर्भाग्यपूर्ण दिन है और यह हमारे देश की आज़ादी के इतिहास में पहली बार हो रहा है। निष्पक्ष और समय पर चुनाव कराना चुनाव आयोग की ज़िम्मेदारी है, लेकिन उसने बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के इशारे पर एमसीडी चुनावों की तारीखें तय करने से इनकार किया है। आज चुनाव आयोग ने एमसीडी चुनावों की तारीख़ों की घोषणा करने के लिए मीडिया के सभी सदस्यों को शाम 5 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए बुलाया था। लेकिन इससे पहले केंद्र सरकार ने उस पर दबाव बनाया और वे पीछे हट गए और खुद को रोक लिया। यह लोकतंत्र के लिए बहुत ख़तरनाक है।'
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि केंद्र शहर के तीनों नगर निगमों को एकजुट करने पर काम कर रहा है। रिपोर्ट के अनुसार इस घोषणा को समायोजित करने के लिए एमसीडी चुनावों की घोषणा को आगे बढ़ाया गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को ट्वीट किया कि दिल्ली में नगर निगम के चुनाव स्थगित कर दिए गए हैं क्योंकि बीजेपी ने हार स्वीकार कर ली है और वह भाग रही है। उन्होंने कहा है कि आप के सर्वे में अभी 272 में से 250 सीट आ रही थी, लेकिन अब 260 से ज़्यादा आएँगी।
भाजपा भाग गयी। MCD चुनाव टाल दिया, हार मान ली
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 9, 2022
दिल्ली वाले खूब ग़ुस्सा हैं। कह रहे हैं इनकी हिम्मत कि चुनाव ना करायें? अब इनकी ज़मानत ज़ब्त करायेंगे
हमारे सर्वे में अभी 272 में से 250 सीट आ रहीं थीं। अब 260 से ज़्यादा आएँगी
पर चुनाव आयोग को भाजपा के दबाव में नहीं आना चाहिए था
अपनी राय बतायें