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कंझावला मामला: थाने के बाहर प्रदर्शन, कड़ी कार्रवाई की मांग

नए साल के मौके पर बाहरी दिल्ली के कंझावला इलाके में हुई एक घटना ने लोगों को डरा दिया है। एक कार में बैठे कुछ रईसजादों ने 20 साल की एक युवती को अपनी कार से 10 से 12 किलोमीटर तक घसीटा। इसमें युवती की दर्दनाक मौत हो गई। उपराज्यपाल वीके सक्सेना और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस घटना को बेहद दुखद बताया है और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है। 

इस मामले में आम आदमी पार्टी ने उपराज्यपाल के आवास के बाहर प्रदर्शन भी किया है। 

मृतक युवती की मां ने कहा है कि उनकी बेटी के साथ कुछ गलत हुआ है क्योंकि उनकी बेटी के शरीर पर कपड़े नहीं थे जबकि आउटर दिल्ली के डीसीपी हरेंद्र सिंह ने कहा है कि यह एक दुर्घटना है और लड़की के साथ किसी तरह के बलात्कार या यौन शोषण जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। उन्होंने कहा है कि कार ने जब लड़की को घसीटा तो उस दौरान उसके कपड़े फट गए और शरीर से निकल गए।

kanjhawala girl accident protest outside police station - Satya Hindi
प्रदर्शन करते आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता।

स्वाति मालीवाल ने पूछे सवाल

लेकिन दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं और पूछा है कि दिल्ली पुलिस किस आधार पर कह रही है कि युवती से रेप नहीं हुआ। उन्होंने कहा है कि दिल्ली पुलिस कंझावला कांड को हिट एंड रन केस कहना बंद करे। 

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उन्होंने कहा कि ना जांच हुई ना गवाहों से पूछताछ, अपने आप फ़ैसला सुना दिया कि सिर्फ़ ऐक्सीडेंट है…आखिर क्या छुपाने की कोशिश है? 

घटना से आक्रोशित लोगों ने सोमवार को बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी पुलिस थाने के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की। आरोप है कि दोषियों ने 10 से 12 किलोमीटर तक युवती को घसीटा। 

कई महिलाएं भी पुलिस थाने के बाहर पहुंचीं और उन्होंने जोरदार नारेबाजी की। महिलाओं ने कहा कि जिस हालत में युवती का शव मिला है, उससे पता चलता है कि उसका यौन उत्पीड़न किया गया था। उन्होंने कहा कि पुलिस को इस मामले में सही जांच करनी चाहिए। 

आक्रोशित लोगों ने आम आदमी पार्टी की विधायक राखी बिडलान का भी घेराव किया। इस मामले में जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनके नाम- दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन और मनोज मित्तल हैं। अदालत ने इन सभी को 3 दिन की हिरासत में भेज दिया है। इनके खिलाफ लापरवाही से गाड़ी चलाने और इस वजह से हत्या होने का मुकदमा दर्ज किया गया है। 

पुलिस ने बताया है कि युवती का शव पिछले टायर और कार के बीच फंस गया था। अभियुक्तों ने जब युवती का शव देखा तो उन्होंने शव को टायर से बाहर निकाला और इसे वहीं फेंक कर फरार हो गए।

कैसे चला घटना का पता?

यह घटना रविवार तड़के हुई थी और युवती उस समय अपने घर जा रही थी। सुबह 3:30 बजे किसी ने कंझावला पुलिस को फोन कर बताया कि कुतुबगढ़ की ओर जा रही एक बेलेनो कार एक युवती को घसीटते हुए ले जा रही है। फोन करने वाले ने पुलिस को कार का रजिस्ट्रेशन नंबर भी बताया। इसके बाद पुलिस को एक और सूचना मिली कि एक युवती का शव नग्न अवस्था में रोड के किनारे पड़ा है। पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और उसने सुबूत इकट्ठा किए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। 

यहां सवाल यह है कि देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अगर लड़कियों के साथ इस तरह की वारदात हो रही है तो देश के बाकी हिस्सों में क्या हाल होगा। यह घटना दिल्ली की कानून व्यवस्था पर ढेरों सवाल खड़े करती है। 

दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कहा है कि इस घटना की वजह से उनका सिर शर्म से झुक गया है। उन्होंने दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया है कि इस मामले में सभी पहलुओं को शामिल करते हुए जांच की जाए। 

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बीजेपी नेता पर आरोप 

आम आदमी पार्टी ने कहा है कि इस मामले में एक अभियुक्त बीजेपी नेता मुकेश मित्तल है। आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि दिल्ली की एक बेटी को सड़क पर घसीटकर मारने वाला बीजेपी का नेता है और इस वजह से उपराज्यपाल और दिल्ली पुलिस लीपापोती कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी का आरोप है कि चश्मदीद गवाह ने 22 बार दिल्ली पुलिस को फोन किया लेकिन पुलिस वहां नहीं पहुंची। 

पार्टी ने कहा है कि पुलिस इस मामले को रफा-दफा करने के लिए कमजोर धाराएं लगा रही है। 

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आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उपराज्यपाल के इस्तीफे की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी मार्लेना ने कहा कि दिल्ली में बहन बेटियां सुरक्षित नहीं हैं और कानून और व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है इसलिए उपराज्यपाल अगर दिल्ली की बेटियों को सुरक्षा नहीं दे सकते तो उन्हें अपनी कुर्सी छोड़ देनी चाहिए। 
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