नागरिकता क़ानून के विरोध में रविवार को हिंसा करने के आरोप में पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ़्तार किया है, लेकिन इसमें से कोई भी जामिया मिल्लिया इसलामिया का छात्र नहीं है। पुलिस ने कहा है कि सभी गिरफ़्तार लोगों का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। रविवार को दक्षिणी दिल्ली के न्यू फ़्रेंड्स कॉलोनी क्षेत्र में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी, आँसू गैस के गोले छोड़े गए थे, गाड़ियों में तोड़फोड़ हुई थी और कई बसों और दूसरे वाहनों में आग लगा दी गई थी। इसमें कई छात्र घायल हो गए थे। प्रदर्शन करने वालों में छात्रों के साथ ही आम लोग भी शामिल थे।
नागरिकता क़ानून: जामिया हिंसा में 10 गिरफ़्तार, इनमें छात्र नहीं
- दिल्ली
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- 17 Dec, 2019
नागरिकता क़ानून के विरोध में रविवार को हुई हिंसा करने के आरोप में पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ़्तार किया है, लेकिन इसमें से कोई भी जामिया मिल्लिया इसलामिया का छात्र नहीं है।

गिरफ़्तार किए गए लोग जामिया और ओखला क्षेत्र के लोग हैं। ये क्षेत्र विश्वविद्यालय के आसपास ही हैं। इसी क्षेत्र में रविवार को ज़बरदस्त विरोध प्रदर्शन हुआ था।
इस घटना के तुरंत बाद ही छात्रों ने बयान जारी कर ख़ुद के इस हिंसा में हाथ होने से इनकार किया और कहा था कि हमारा प्रदर्शन शांतिपूर्ण और अहिंसात्मक रहा है। इस बयान में यह भी कहा गया था कि पुलिस लाठीचार्ज और छात्रों के बुरी तरह पीटे जाने के दौरान भी उन्होंने शांति बनाए रखी थी। हालाँकि, छात्रों के इस बयान के बाद पुलिस ने दावा किया था कि प्रदर्शनकारियों की ओर से हिंसा के बावजूद पुलिस ने अपनी तरफ़ से अधिकतम संयम बरता।