दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को भाजपा पर जमकर हमला बोला है। वह दिल्ली के किराड़ी में सरकारी स्कूल के शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे थे। केजरीवाल ने भाजपा पर इशारा करते हुए कहा कि, ये जो मर्जी षड़यंत्र कर ले हमारे खिलाफ, कुछ नहीं होने वाला।
उन्होंने कहा कि, मैं भी डटा हुआ हूं इनके खिलाफ। मैं भी नहीं झुकने वाला। ये कहते हैं कि बीजेपी में आ जा तो हम छोड़ देंगे। मैंने कहा कि बिल्कुल नहीं आऊंगा बीजेपी में, कतई नहीं आउंगा। क्यों आ जाएं बीजेपी में।
केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी में चले जाओं तो सारे खून माफ। हमने कौन सा गलत काम किया है। स्कूल ही तो बनवा रहे हैं। पानी का ही तो इंतजाम कर रहे हैं। सीवर ठीक करा रहे हैं। हम क्या गलत कर रहे हैं।
केजरीवाल ने कहा कि पहले दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई जीरो थी। यहां का एक गरीब आदमी यह उम्मीद खो चुका था कि उसके बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सकती है। अब उनमें उम्मीद जगी है कि हमारे बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सकती है। यह मेरे लिए सबसे सुकुन की बात है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार पिछले 8 साल से हर साल अपने बजट का 40 प्रतिशत स्कूल और अस्पताल पर खर्च करती है। आज ये लोग हमारे इतना पीछे पड़े हुए हैं। आप लोग रोज अखबारों में पढ़ते होंगे। मनीष सिसोदिया को जेल में डाल दिया, कह रहे उसने भ्रष्टाचार किया है।
मनीष सिसोदिया सुबह 6 बजे उठकर 10 या 15 स्कूलों का मुआयना करने जाता था कि वहां बच्चों को ठीक से शिक्षा मिल रही है कि नहीं। कौन भ्रष्टाराची सुबह 6 बजे उठकर स्कूलों का चक्कर लगाता है?
आज सारे हमारे पीछे पड़े हैं। सारी एजेंसियां छोड़ दी, केजरीवाल के पीछे, संजय सिंह के पीछे, मनीष सिसोदिया के पीछे, सत्येंद्र जैन के पीछे। उनका क्या कसूर है। मनीष सिसोदिया का कसूर है कि वह अच्छे स्कूल बना रहे थे। सत्येंद्र जैन का कसूर है कि वे अच्छे अस्पताल और मोहल्ला क्लिनिक बनवा रहे थे।
आज अगर मनीष सिसोदिया स्कूलों पर काम नहीं कर रहा होता तो ये उसे गिरफ्तार नहीं करते। आज अगर सत्येंद्र जैन ने मोहल्ला क्लिनिक और दवाओं का इंतजाम नहीं किया होता तो ये उसे गिरफ्तार नहीं करते। इन्होंने सारे षड़यंत्र रच लिए लेकिन हमको झुका नहीं पाएं। हमने कहा कि काम तो चलेगा। काम तो करते रहेंगे हम।
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