जामिया मिल्लिया इसलामिया कैंपस में रविवार शाम को पुलिस के घुसने को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन उच्च स्तरीय जाँच की माँग करेगा। इसके साथ ही एफ़आईआर भी दर्ज कराई जाएगी। नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे छात्रों के ख़िलाफ़ रविवार को पुलिस कथित तौर पर विश्वविद्यालय परिसर में घुस गई थी और छात्रों की पिटाई की थी। रविवार को चले घटनाक्रम को लेकर सोमवार को विश्वविद्यालय की कुलपति नजमा अख्तर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि पुलिस बिना अनुमति के ही कैंपस में घुसी थी। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि 'इस लड़ाई में हमारे छात्र अकेले नहीं हैं, बल्कि मैं भी उनके साथ हूँ।'
नागरिकता क़ानून: जामिया कैंपस में पुलिस घुसने की उच्च स्तरीय जाँच हो: कुलपति
- दिल्ली
- |
- 16 Dec, 2019
जामिया मिल्लिया इसलामिया कैंपस में रविवार शाम को पुलिस के घुसने को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन उच्च स्तरीय जाँच की माँग करेगा। इसके साथ ही एफ़आईआर भी दर्ज कराई जाएगी।

बता दें कि रविवार को बसों सहित कई वाहनों में आग लगा देने के बाद स्थिति बिगड़ गई थी और पुलिस ने प्रदर्शन करने वालों के ख़िलाफ़ सख्ती बरती थी। इसी दौरान रिपोर्टें आई थीं कि पुलिस ने विश्वविद्यालय परिसर में भी कार्रवाई की। कैंपस में छात्रों के ख़िलाफ़ पुलिस कार्रवाई के विरोध में जामिया और जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों ने देर रात को दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था। नियमानुसार विश्वविद्यालय में घुसने से पहले पुलिस को अनुमति ज़रूरी होती है।