दिल्ली बीजेपी के प्रमुख ने कहा, ‘देखिए, चुनावी हनुमानभक्त केजरीवाल का सच। जिन हाथों से जूते उतारे, उन्हीं हाथों से फेंकी बाबा पर फूलों की माला।’
Manoj Tiwari, BJP: Woh (Arvind Kejriwal) pooja karne gaye the ya Hanuman Ji ko ashudh karne gaye the? Ek haath se joota utaarke,ussi haath se mala lekar...kya kar diya? Jab nakli bhakt aate hain na toh yahi hota hai. Maine pandit ji ko bataya, bahut baar Hanuman Ji ko dhoye hain. pic.twitter.com/lETgFhgfK7
— ANI (@ANI) February 8, 2020
जब से मैंने एक TV चैनल पे हनुमान चालीसा पढ़ा है, भाजपा वाले लगातार मेरा मज़ाक़ उड़ा रहे हैं। कल मैं हनुमान मंदिर गया।आज भाजपा नेता कह रहे हैं कि मेरे जाने से मंदिर अशुद्ध हो गया। ये कैसी राजनीति है? भगवान तो सभी के हैं। भगवान सभी को आशीर्वाद दें, भाजपा वालों को भी।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 8, 2020
सबका भला हो
CP के प्राचीन हनुमान मंदिर जाकर हनुमान जी का आशीर्वाद लिया। देश और दिल्ली की तरक़्क़ी के लिए प्रार्थना की। भगवान जी ने कहा - “अच्छा काम कर रहे हो। इसी तरह लोगों की सेवा करते रहो। फल मुझ पर छोड़ दो। सब अच्छा होगा।”
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 7, 2020
सॉफ़्ट हिन्दुत्व!
इसके पहले एक टीवी चैनल पर केजरीवाल ने हनुमान चालीसा गा कर सुनाया था। इस पर उनका मजाक उड़ाया गया और उनकी आलोचना भी हुई। यह कहा गया कि केजरीवाल बीजेपी की धार को कुंद करने के लिए वैसा ही सॉफ़्ट हिन्दुत्व अपना रहे हैं जैसा आम चुनाव के पहले कांग्रेस के राहुल गाँधी ने किया था।लेकिन सवाल यह है कि क्या केजरीवाल के हनुमान मंदिर जाने और दर्शन करने से मतदाताओं का रुझान उनकी पार्टी की ओर होगा? क्या पार्टी को इससे कोई सियासी फ़ायदा होगा?
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