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मतदान के आँकड़े में देरी का चुनाव आयोग ने किया बचाव, 'आप' के आरोपों को नकारा

दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान के आँकड़े के आने में देरी होने का चुनाव आयोग ने बचाव किया और आख़िकार फ़ाइनल वोटिंग प्रतिशत जारी किया। मतदान ख़त्म होने के क़रीब 24 घंटे बाद आयोग ने कहा कि कुल मिलाकर 62.59 फ़ीसदी मतदान हुआ। चुनाव ख़त्म होने पर आयोग ने शनिवार को प्रोविज़नल आँकड़े 57 फ़ीसदी बताए थे। फ़ाइनल आँकड़े आने में देरी पर कई सवाल खड़े होने और छेड़छाड़ के आरोपों को भी आयोग ने खारिज कर दिया।  

चुनाव आयोग ने प्रक्रिया पूरी होने में समय लगने की बात की और कहा कि आँकड़े बिल्कुल सही समय पर आए हैं। आयोग के मुख्य चुनाव अधिकारी रणबीर सिंह ने कहा है, 'एक प्रक्रिया है, और जब यह पूरी होती है तब आप लोगों के साथ इसे साझा किया जाता है। आँकड़े को रात भर मिलाया जाता है और रिटर्निंग ऑफ़िस व्यस्त थे।'

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चुनाव आयोग की यह सफ़ाई तब आई है जब आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती से पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी ईवीएम से छेड़छाड़ की कोशिश की जा रही है। रविवार दोपहर अरविंद केजरीवाल ने अंतिम आँकड़े देने में देरी पर सवाल उठाए थे और कहा था कि यह चौंकाने वाला मामला है। उन्होंने ट्वीट कर पूछा था, 'चुनाव आयोग क्या कर रहा है? मतदान के कई घंटे बाद भी अंतिम आँकड़े क्यों नहीं जारी किए जा रहे हैं?

इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ट्वीट कर कहा था कि वोटिंग मशीनों को अवैध रूप से ले जाया जा रहा है। संजय सिंह ने कहा था, ‘बाबरपुर विधानसभा में सरस्वती विद्या निकेतन में एक स्कूल में एक कर्मचारी के पास ईवीएम मिली है। जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो वह कोई सही उत्तर नहीं दे पाये। यह ईवीएम अनधिकृत रूप से उनके पास थी। पूछने पर कर्मचारी ने कहा कि यह रिजर्व ईवीएम थी।’
संजय सिंह ने सवाल उठाया था कि सारी ईवीएम चली गयीं तो कर्मचारी के पास यह ईवीएम कैसे रह गयी? उन्होंने कहा था कि इस तरह की एक घटना विश्वास नगर में भी हुई है।

संजय सिंह ने एक वीडियो ट्वीट कर पूछा था कि किस जगह पर ईवीएम उतारी जा रही हैं जबकि आस-पास तो कोई सेंटर नहीं है। उन्होंने कहा था कि चुनाव आयोग को इस बात की जाँच करनी चाहिए कि इन ईवीएम को कहाँ ले जाया जा रहा है। 

संजय सिंह के बदरपुर पोलिंग स्टेशन पर ईवीएम को लेकर आरोप पर चुनाव आयोग ने कहा कि वह ईवीएम रिज़र्व की मशीन थीं, जिन्हें पोलिंग में इस्तेमाल नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी वीडियो में दिख रहा है उसे दो जगह की ज़िम्मेदारी दी गई थी और मशीनों के दो सेट दिए गए थे। उन्होंने कहा, 'उन्हें एक मशीन एक जगह रख दी थी और दूसरी को रखने के लिए उन्हें 700 मीटर पैदल जाना था। जब वह दूसरी जगह जा रहे थे तभी लोगों ने उन्हें रोका और सवाल उठाए।'

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सतर्क है आम आदमी पार्टी 

एग्ज़िट पोल के नतीजे आने के बाद से ही आम आदमी पार्टी बेहद सतर्क हो गयी है। पार्टी की ओर से कहा गया है कि उसे इस बात की सूचनाएं मिल रही हैं कि अधिकारी ईवीएम को अनधिकृत रूप से ले जा रहे हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी मनीष सिसोदिया, प्रशांत किशोर व अन्य नेताओं के साथ ईवीएम की सुरक्षा को लेकर बैठक की और बातचीत की है। कई चैनलों के एग्जिट पोल के नतीजों में दिल्ली में आम आदमी पार्टी की पूर्ण बहुमत से सरकार बनने का दावा किया गया है। 

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क़मर वहीद नक़वी
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