दिल्ली शराब नीति केस में अब ईडी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को समन जारी कर 2 नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया है। इसी केस में इससे पहले केजरीवाल से सीबीआई ने अप्रैल में करीब 9.30 घंटे तक पूछताछ की थी।
दिल्ली शराब नीति केस में आम आदमी पार्टी के दो वरिष्ठ नेता इन दिनों जेल में हैं। इसमें पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और सांसद संजय सिंह शामिल हैं।
अब देखना है कि अरविंद केजरीवाल 2 नवंबर को पूछताछ के लिए ईडी के समक्ष उपस्थित होते हैं कि नहीं। अगर वे समन पर उपस्थित नहीं होते हैं तो हो सकता है कि एक या दो बार और समन जारी किया जा सकता है।
अगर फिर भी वह उपस्थित नहीं होते हैं तो उनकी गिरफ्तारी की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। ईडी ने पहले भी कई नेताओं को समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है। जो नेता ईडी के समन को बार-बार टालते रहे हैं उन्हें गिरफ्तार भी किया गया है।
ऐसे में यह देखना होगा कि अरविंद केजरीवाल इस दिन ईडी कार्यालय में उपस्थिति दर्ज कराते हैं कि नहीं।
अब तक यह भी देखा गया है कि कई नेता जिन्हें ईडी ने समन जारी किया था वे एक या दो बार इसे टालते भी रहे हैं। समन के बावजूद नहीं उपस्थित होने पर उन्हें इसका कोई वाजिब कारण बताना होगा।
मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से लगा बड़ा झटका
मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। शीर्ष अदालत ने सोमवार को दिल्ली शराब नीति मामले से जुड़े भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी। इसने इस आधार पर उन्हें राहत देने से इनकार कर दिया कि मामले में 338 करोड़ रुपये के धन का लेन-देन का मामला अस्थायी रूप से उनसे जुड़ता है। इसके साथ ही इसने आदेश दिया कि ट्रायल 6-8 महीने में पूरी की जाए। इसका मतलब है कि वह अब कम से कम छह महीने जेल में रहेंगे। लेकिन मुक़दमे में ढिलाई होने पर वह जमानत के लिए पहले तीन महीने में भी फिर से आवेदन कर सकते हैं।न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और एसवीएन भट्टी की पीठ ने यह फ़ैसला सुनाया। इनकी पीठ ने 17 अक्टूबर को सिसोदिया द्वारा दायर दो अलग-अलग जमानत याचिकाओं पर अपना फ़ैसला सुरक्षित रख लिया था।
अदालत ने कहा, 'हमने तर्कों और कुछ क़ानूनी सवालों का ज़िक्र किया है लेकिन हमने उनमें से अधिकांश का उत्तर नहीं दिया है। विश्लेषण में कुछ ऐसे पहलू हैं जो 338 रुपये करोड़ के हस्तांतरण के संबंध में संदिग्ध हैं। हमने जमानत खारिज कर दी है।'
कोर्ट ने कहा है कि हस्तांतरण के संबंध में एक पहलू अस्थायी रूप से जुड़ता है।हालाँकि, इसके साथ ही अदालत ने यह भी कहा कि अभियोजन पक्ष ने आश्वासन दिया है कि मुक़दमा छह से आठ महीने के भीतर समाप्त हो जाएगा। इसने कहा, 'तो तीन महीने के भीतर यदि मुकदमा लापरवाही से या धीमी गति से आगे बढ़ता है तो सिसोदिया जमानत के लिए आवेदन दायर करने का हकदार होंगे।'
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सबसे क़रीबी सहयोगी मनीष सिसोदिया को फ़रवरी में कथित शराब घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था और तब से वह जेल में हैं। आम आदमी पार्टी तब से कहती रही है कि कथित लेनदेन से मनीष सिसोदिया का कुछ भी संबंध नहीं है, फिर भी उनको जेल में रखा जा रहा है और परेशान किया जा रहा है।
4 अक्टूबर को आप सांसद संजय सिंह हुए थे गिरफ्तार
दिल्ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने आप सांसद संजय सिंह को 4 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। वह अभी भी न्यायिक हिरासत में हैं। कोर्ट ने संजय सिंह को बीते शुक्रवार को 10 नवंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा है।
ईडी ने 4 अक्टूबर को उन्हें गिरफ्तार करने से पहले दिल्ली स्थित उनके आवास की तलाशी ली थी। इस केस की चार्जशीट में संजय सिंह का भी नाम है। इसी केस में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जेल में बंद हैं। आरोप है कि आप की जब दूसरी बार सरकार बनी, तब उस दौरान शराब नीति को लेकर ऐसे नियम बनाए गए ताकि कुछ लोगों को विशेष तौर पर लाभ हो।
जिस समय ये शराब नीति बनाई गई, उस समय मनीष सिसोदिया मंत्री थे। इससे पहले संजय सिंह के तीन करीबियों के ठिकाने पर ईडी ने मई 2023 में छापा मारा था। उनके फोन जब्त किए गए थे। संजय सिंह के इन तीन करीबियों में सर्वेश मिश्रा,अजीत त्यागी और विवेक शामिल हैं।
इसके बाद संजय सिंह ने ईडी पर कई आरोप लगाये थे। मामले में आरोपी व्यवसायी दिनेश अरोड़ा द्वारा संजय सिंह का नाम लिए जाने के बाद ईडी ने उनके आवास पर छापेमारी की थी। ईडी के आरोप पत्र के अनुसार दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में आरोपी नामित किये गये दिल्ली के व्यवसायी दिनेश अरोड़ा ने पहले संजय सिंह की उपस्थिति में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की थी।
रिपोर्ट के अनुसार एक बयान में अरोड़ा ने ईडी को बताया था कि उनकी मुलाकात एक कार्यक्रम के दौरान संजय सिंह से हुई थी। इसके बाद वह दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के भी संपर्क में आए। ईडी का मामला पिछले साल सितंबर में दर्ज किया गया था। यह अगस्त में दर्ज की गई सीबीआई एफआईआर पर आधारित है। ईडी का आरोप है कि दिनेश अरोड़ा के एक कर्मचारी ने संजय सिंह के घर पर दो बार में 2 करोड़ रुपये पहुंचाए।
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