कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को राज्यसभा में बिहार और झारखंड में हुए हालिया राजनैतिक घटनाक्रम को लेकर सख्त टिप्पणी की है। उन्होंने कहा है कि, लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, जो बेहद शर्मनाक हैं।
उन्होंने कहा है कि जब झारखण्ड के मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दिया तो उन्होंने नए मुख्यमंत्री के नाम समेत सपोटर्स की लिस्ट दी। वैसे तो लिस्ट देने के बाद तुरंत बुलाकर 'वोट ऑफ कॉन्फिडेंस' लिया जाता है, लेकिन इस केस में 'वोट ऑफ कॉन्फिडेंस' लेने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है।
वहीं दूसरी तरफ जब नीतीश कुमार जी ने इस्तीफा दिया था, तो उधर उनको तुरंत शपथ ग्रहण करा दिया गया। ये लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई जा रही है, जो बेहद शर्मनाक है। उन्होंने बिहार में राज्यपाल द्वारा दिखाई गई जल्दी और झारखंड में हुई देरी पर गंभीर सवाल उठाया है।
वहीं कर्नाटक के कांग्रेस सांसद डीके सुरेश द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सफाई दी है। कांग्रेस सांसद द्वारा कथित तौर पर दक्षिणी राज्यों के लिए एक अलग राष्ट्र की विवादित टिप्पणी की थी, जिसपर शुक्रवार को राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ।
भाजपा सांसदों ने कांग्रेस सांसद के इस बयान को देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता पर हमला बताया और कांग्रेस से स्पष्टीकरण का मांग की। राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल इसको लेकर कांग्रेस पर कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित एक राज्य के डिप्टी सीएम के भाई ने बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और आपत्तिजनक बयान दिया है। इस तरह का बयान देने वाला कांग्रेस का सांसद भी है।
इसका जवाब देते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति जो देश को तोड़ने की बात करेगा तो कांग्रेस पार्टी उसे कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगी। चाहे वह मेरी पार्टी का हो या फिर किसी और पार्टी का हो। उन्होंने कहा कि, इस देश की एकता के लिए, कोई कहे या नहीं कहे, मैं मल्लिकार्जुन खड़गे कहूंगा कि कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत एक है और एक रहेगा।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि इस देश की एकता और अखंडता के लिए कांग्रेस ने कई नेताओं ने कुर्बानी दी है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है। खड़गे ने भाजपा नेताओं पर तंज कसते हुए पूछा कि, क्या उसके नेताओं ने देश के लिए कभी कोई बलिदान दिया है?
उन्होंने कहा कि अगर सदस्य ने ऐसा कुछ भी कहा है तो उसका वीडियो लाकर उसे लोकसभा में सत्तापक्ष की ओर से एक्सपोज किया जा सकता है।
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