दिल्ली में दंगों के दौरान इंटेलीजेंस ब्यूरो के नौजवान अफ़सर अंकित शर्मा का शव नाले में मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह बात सामने आई थी कि अंकित के शव पर चाकू के 54 निशान थे। अंकित की हत्या मामले की जांच कर रही पुलिस को शक है कि इस बात की प्रबल संभावना है कि अंकित की हत्या टारगेट किलिंग हो यानी कि उसे जानबूझकर या योजना बनाकर निशाना बनाया गया हो। इसका यह भी मतलब है कि दंगों के दौरान धार्मिक नफरत के कारण अंकित की हत्या की संभावना कम दिखती है।