क्या ऑल्ट न्यूज़ के मोहम्मद ज़ुबैर को जबरन निशाना बनाया गया और जानबूझकर क़ानूनी पचड़े में फँसाने की कोशिश की गई? यह सवाल इसलिए कि 2020 के जिस एक ट्वीट को लेकर उनपर ए़फ़आईआर हुई थी, पोक्सो एक्ट लगा था और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग यानी एनसीपीसीआर ने शिकायत की थी, उस मामले में दिल्ली पुलिस को दो साल में भी कोई अपराध नहीं मिला।