क्या ऑल्ट न्यूज़ के मोहम्मद ज़ुबैर को जबरन निशाना बनाया गया और जानबूझकर क़ानूनी पचड़े में फँसाने की कोशिश की गई? यह सवाल इसलिए कि 2020 के जिस एक ट्वीट को लेकर उनपर ए़फ़आईआर हुई थी, पोक्सो एक्ट लगा था और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग यानी एनसीपीसीआर ने शिकायत की थी, उस मामले में दिल्ली पुलिस को दो साल में भी कोई अपराध नहीं मिला।
दिल्ली पुलिस हाई कोर्ट से बोली- ज़ुबैर के ख़िलाफ़ कोई अपराध नहीं मिला
- दिल्ली
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- 5 Jan, 2023
ऑल्ट न्यूज़ के संस्थापकों में से एक मोहम्मद ज़ुबैर को जिस ट्वीट के लिए दो साल से पुलिस केस का सामना करना पड़ रहा था, उसमें दिल्ली पुलिस ने कहा है कि उसे कोई अपराध ही नहीं मिला। तो एफ़आईआर क्यों दर्ज की थी?

दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को दिल्ली उच्च न्यायालय को बताया है कि अगस्त 2020 में एक ट्विटर यूज़र के जवाब में ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर द्वारा पोस्ट किए गए ट्वीट में कोई अपराध नहीं पाया गया।