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प्लेन में पेशाब करने के मामले में डीजीसीए की एयर इंडिया को फटकार

उड़ान के दौरान विमान में बुजुर्ग महिला पर पेशाब कर दे, कार्रवाई भी तब हो जब विवाद सुर्खियों में आए और सजा भी सिर्फ़ 30 दिन तक विमान में नहीं चढ़ने देने की! क्या यह अजीबोगरीब मामला नहीं लगता है! अब जब विवाद काफ़ी बढ़ गया है और इस मामले में सवाल उठने लगे हैं तो डीजीसीए यानी नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के दखल देने की रिपोर्ट आई है।

डीजीसीए ने 26 नवंबर को न्यूयॉर्क-दिल्ली उड़ान पर पेशाब करने की घटना के लिए गुरुवार को एयर इंडिया को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसमें इसने कहा है कि एयरलाइन का आचरण 'गैर-पेशेवर' लगता है और इस वजह से सिस्टेमिक फैल्योर हुआ है।

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रिपोर्टों के अनुसार 26 नवंबर, 2022 को एयरलाइन की न्यूयॉर्क-दिल्ली AI-102 फ्लाइट में सवार एक कथित रूप से नशे में धुत पुरुष यात्री ने एक बुजुर्ग महिला पर पेशाब कर दिया था। डीजीसीए का कहना है कि यह घटना 4 जनवरी को डीजीसीए के संज्ञान में आई।

दिल्ली पुलिस ने 26 नवंबर को न्यूयॉर्क से दिल्ली जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट में गंदी हरकत करने और अपने बगल में बैठी बुजुर्ग महिला यात्री पर पेशाब करने के लिए मुंबई के व्यवसायी शेखर मिश्रा को आरोपी बनाया है। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एयर इंडिया ने उस पर 30 दिनों तक अपनी फ्लाइट में रोक लगा दी है। 

दिल्ली पुलिस ने आरोप लगाया था कि एयर इंडिया ने आरोपी और शिकायतकर्ता के बारे में पूरी जानकारी नहीं दी। एयर इंडिया ने दिल्ली पुलिस को सिर्फ उनके नाम बताए थे। इसके बाद पुलिस ने पूरी पड़ताल की।

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली पुलिस और सुरक्षा अधिकारी से सूचना छुपाने के लिए पुलिस एयर इंडिया के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू करेगी। इसके अलावा फ्लाइट के क्रू मेंबर्स से भी घटनाओं के क्रम का पता लगाने के लिए पूछताछ की जाएगी।

एफआईआर उस महिला की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई है जो उसने पहले एयर इंडिया को सौंपी थी। 

पुलिस को एयरलाइन द्वारा 28 दिसंबर को घटना के बारे में बताया गया था, जिसके बाद उसने मामले में और जानकारी हासिल करने के लिए पीड़ित महिला से संपर्क किया।

बहरहाल, एयर इंडिया की लापरवाही पर सवाल उठाए जा रहे हैं। एयर इंडिया की लापरवाही पर सवाल उठाते हुए डीजीसीए ने पूछा कि ड्यूटी में लापरवाही के लिए एयरलाइन के अधिकारियों और चालक दल के ख़िलाफ़ कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए।

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार एक बयान में डीजीसीए ने कहा, 'एयर इंडिया के जवाबदेह प्रबंधक, एयर इंडिया के इन-फ्लाइट सर्विसेज के निदेशक, उस उड़ान के सभी पायलटों और केबिन क्रू सदस्यों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। दायित्व निभाने में लापरवाही के लिए उनके ख़िलाफ़ प्रवर्तन कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए।'

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डीजीसीए ने एक बयान में कहा, '...यह सामने आया है कि एक अनियंत्रित यात्री को ऑन-बोर्ड संभालने से संबंधित प्रावधानों का पालन नहीं किया गया है।' इसने आगे कहा, 'संबंधित एयरलाइन का आचरण गैर-पेशेवर लगता है और इसके कारण प्रणालीगत विफलता हुई है।'

बता दें कि टाटा समूह ने जनवरी 2022 में एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था। बुजुर्ग महिला ने टाटा समूह के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन को ईमेल भेज कर सारी सूचना दी। चंद्रशेखरन ने घटना की जांच का आदेश दिया। टाटा समूह के अध्यक्ष को लिखे ईमेल में बुजुर्ग महिला ने अपने सदमे के बारे में लिखा। उन्होंने अभियुक्त को पकड़ने में केबिन क्रू की निष्क्रियता के बारे में अपनी चिंता जताई। उन्होंने लिखा कि इस शर्मनाक स्थिति से निपटने में एयरलाइन चालक दल सक्रिय नहीं था और उन्हें कोई राहत नहीं दी गई थी। 

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क़मर वहीद नक़वी
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