दिल्ली-एनसीआर और इसके आसपास के क्षेत्रों में दीवाली के दिन यानी शनिवार को प्रदूषण 'ख़तरनाक' स्तर तक पहुँच गया और रविवार सुबह से ही घना कोहरा छाया रहा। पटाखों पर प्रतिबंध लगे होने के बावजूद कई क्षेत्रों में इसके छोड़े जाने की गूँज सुनाई दी। एक रिपोर्ट के अनुसार पटाखे जलाने के लिए कम से कम 32 लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है और 21 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। दिल्ली के आसपास के राज्यों में पराली जलाए जाने से पहले से ही प्रदूषण तो था ही। पटाखे जलाने का असर यह हुआ कि हवा काफ़ी ज़्यादा ख़राब हो गई।
दिल्ली: पाबंदी में भी दीवाली पर पटाखे जले, ज़हरीली हुई हवा
- दिल्ली
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- 15 Nov, 2020
दिल्ली-एनसीआर और इसके आसपास के क्षेत्रों में दीवाली के दिन यानी शनिवार को प्रदूषण ख़तरनाक स्तर तक पहुँच गया। पटाखों पर प्रतिबंध लगे होने के बावजूद कई क्षेत्रों में इसके छोड़े जाने की गूँज सुनाई दी।

दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमिटी के अनुसार, दिल्ली में दीवाली के एक दिन बाद रविवार को हवा की गुणवत्ता यानी एक्यूआई आईटीओ पर 461 और आनंद विहार में 461 दर्ज की गई। इससे पहले दीवाली के दिन शहर में शनिवार को एक्यूआई 414 दर्ज की गई थी जो कि गंभीर स्थिति को दर्शाती है। 201 से 300 के बीच एक्यूआई को ‘ख़राब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत ख़राब’ और 401 और 500 के बीच होने पर उसे ‘गंभीर’ माना जाता है।