दिल्ली-एनसीआर और इसके आसपास के क्षेत्रों में दीवाली के दिन यानी शनिवार को प्रदूषण 'ख़तरनाक' स्तर तक पहुँच गया और रविवार सुबह से ही घना कोहरा छाया रहा। पटाखों पर प्रतिबंध लगे होने के बावजूद कई क्षेत्रों में इसके छोड़े जाने की गूँज सुनाई दी। एक रिपोर्ट के अनुसार पटाखे जलाने के लिए कम से कम 32 लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है और 21 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। दिल्ली के आसपास के राज्यों में पराली जलाए जाने से पहले से ही प्रदूषण तो था ही। पटाखे जलाने का असर यह हुआ कि हवा काफ़ी ज़्यादा ख़राब हो गई।