दिल्ली की आबकारी नीति से जुड़े घोटाले में सीबीआई ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) की बेटी और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) एमएलसी कल्वाकुंतला कविता के सीए को गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई के.कविता से भी पूछताछ कर रही है। इसी मामले में ईडी ने पंजाब के बिजनेसमैन गौतम मल्होत्रा को गिरफ्तार किया है।
सीबीआई ने इसी मामले में कथित भूमिका के लिए हैदराबाद स्थित एक सीए बुचिबाबू गोरांटला को गिरफ्तार किया है। वर्ष 2021-22 में दिल्ली आबकारी नीति के तहत दिल्ली में केजरीवाल की सरकार एक नई शराब नीति लाई थी और उसके जरिए ठेकेदारों के एक कर्टेल को फायदा पहुंचाने का आरोप है। सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी ने बताया कि दोनों आरोपियों को आज बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि बुचिबाबू, जो पहले कविता के साथ काम कर चुके थे, को सीबीआई ने दिल्ली में अपने मुख्यालय में जांच में शामिल होने के लिए बुलाया था। वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे।
इससे पहले सीबीआई ने कविता से उनके हैदराबाद स्थित आवास पर पूछताछ की थी और उनका बयान दर्ज किया था।
हाल ही में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में कथित अनियमितताओं पर दायर अपनी पूरक शिकायत में आप के संचार प्रमुख विजय नायर पर "साउथ ग्रुप" से 100 करोड़ रुपये की रिश्वत प्राप्त करने का आरोप लगाया, जिसमें कथित रूप से पहचाने गए व्यक्ति शामिल थे। ये थे- वाईएसआरसीपी सांसद मगुनता श्रीनिवासुलु रेड्डी, राघव मगुन्टा, सरथ रेड्डी और कविता। हालांकि कविता ने आरोपों से इनकार किया है।
आबकारी नीति मामले में अनियमितताओं पर दायर अपनी चार्जशीट में, सीबीआई ने कहा है कि 20-30 करोड़ रुपये के हवाला चैनल में दक्षिण-भारत के शराब निर्माता और आप पदाधिकारी नायर जुड़े थे। साउथ इंडिया के शराब निर्माताओं ने नायर के रसूख का फायदा उठाया। नायर ने उन्हें बताया कि वो आप का पदाधिकारी है। इस तरह नई शराब नीति का फायदा उठाने के लिए कार्टेलाइजेशन किया गया।
सीबीआई की चार्जशीट के अनुसार, जब अप्रैल 2020 से आबकारी नीति तैयार की जा रही थी, तब आरोपी एक आपराधिक साजिश में शामिल हुआ। उसने शराब नीति के प्रावधानों को दरकिनार कर अनुचित लाभ प्राप्त पाने के लिए थोक और खुदरा शराब ठेकेदारों के बीच कार्टेलाइजेशन बना दिया।
सीबीआई ने आरोप लगाया गया है कि लगभग 20-30 करोड़ रुपये की एक बड़ी राशि व्यवसायी अभिषेक बोइनपल्ली ने कुछ शराब निर्माताओं से वसूल कर आरोपी दिनेश अरोड़ा के जरिए आप के कम्युनिकेशन प्रमुख नायर तक पहुंचाई गई। विजय नायर और उसके सहयोगियों को जुलाई से सितंबर 2021 के बीच हवाला चैनलों के जरिए पैसे पहुंचाए गए।
सीबीआई की चार्जशीट में कहा गया है कि नायर को "दक्षिण भारत के शराब निर्माताओं ने एडवांस भुगतान किया था।" वो रकम "दिल्ली में सत्ताधारी पार्टी में अपने प्रभाव और अपनी स्थिति का इस्तेमाल करने के लिए खर्च की गई।
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