क्या दिन रात नफ़रत और जहर उगलते लोगों और नेताओं पर यूएपीए के तहत कार्रवाई हुई? लेकिन लोकतंत्र के लिए ज़रूरी माने जाने वाले विरोध की आवाज़ के तौर पर मुखर रहीं अरुंधति रॉय पर अब सख़्त यूएपीए के तहत कार्रवाई की तैयारी है। अरुंधति रॉय मोदी सरकार की मुखर आलोचक रही हैं और उन्होंने कई मुद्दों पर सरकार की नीतियों की आलोचना की है।
दिल्ली एलजी ने दी अरुंधति रॉय पर यूएपीए में मुकदमा चलाने की मंजूरी
- दिल्ली
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- 14 Jun, 2024
लेखिका और कार्यकर्ता अरुंधति रॉय के खिलाफ सख्त आतंकवाद विरोधी कानून, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम यानी यूएपीए के तहत मुक़दमा चलाने की मंजूरी का आधार क्या?

दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने शुक्रवार को लेखिका और कार्यकर्ता अरुंधति रॉय के खिलाफ सख्त आतंकवाद विरोधी कानून यूएपीए यानी गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है। यह मामला 2010 में कश्मीर पर उनकी टिप्पणियों को लेकर दर्ज किया गया था। अरुंधति के अलावा केंद्रीय विश्वविद्यालय कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय कानून के पूर्व प्रोफेसर शेख शौकत हुसैन के खिलाफ भी यूएपीए के तहत मुकदमा चलाने की मंजूरी दी गई है।