क्या दिन रात नफ़रत और जहर उगलते लोगों और नेताओं पर यूएपीए के तहत कार्रवाई हुई? लेकिन लोकतंत्र के लिए ज़रूरी माने जाने वाले विरोध की आवाज़ के तौर पर मुखर रहीं अरुंधति रॉय पर अब सख़्त यूएपीए के तहत कार्रवाई की तैयारी है। अरुंधति रॉय मोदी सरकार की मुखर आलोचक रही हैं और उन्होंने कई मुद्दों पर सरकार की नीतियों की आलोचना की है।