नये क़िस्म के कोरोना के मामले आने की ख़बरों के बीच ही नये साल की पूर्व संध्या पर दिल्ली में रात के कर्फ्यू की घोषणा की गई है। यह कर्फ्यू आज रात 11 बजे से कल सुबह 6 बजे तक रहेगा। ऐसा ही आदेश 1 जनवरी की रात के लिए भी है। इसका मतलब है कि इस दौरान 5 से ज़्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी रहेगी। यानी लोग नये साल का जश्न समूह में सार्वजनिक जगहों पर नहीं मना पाएँगे।
रात के कर्फ्यू के लिए जो आदेश निकाला गया है उसमें साफ़-साफ़ लिखा है कि वायरस के नये स्ट्रेन यानी नये क़िस्म के कोरोना के कारण यह फ़ैसला लिया जा रहा है।
यह फ़ैसला इसलिए लिया गया है कि देश में अब नये क़िस्म के कोरोना संक्रमण के कई मामले आ चुके हैं। बुधवार तक ही इसके 20 मामले आ चुके थे। देश में जो नये क़िस्म के कोरोना संक्रमण के मामले आए हैं वह नये क़िस्म का कोरोना वही है जो ब्रिटेन में सबसे पहले सामने आया था। यह 70 फ़ीसदी अधिक तेज़ी से फैलता है।
इसी कारण नये सिरे से चिंताएँ पैदा क्यों हो गई हैं? दरअसल, ब्रिटेन से आए यात्रियों में नये क़िस्म का कोरोना संक्रमण मिलने के बाद अजीब सा डर है और यह अधिकारियों में भी दिख रहा है।
इसी डर के बीच केंद्र सरकार द्वारा ताबड़तोड़ फ़ैसले लिए जा रहे हैं। नये क़िस्म के कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए विशेष जाँच बढ़ाने की तैयारी है। इसके लिए सरकार की 10 प्रयोगशालाओं को जोड़ा गया है। विदेश से आने वाले सभी यात्रियों की जाँच की जाएगी। ब्रिटेन की उड़ानों पर प्रतिबंध के समय को 7 जनवरी तक बढ़ा दिया गया है। कुल मिलाकर अधिकारियों से लेकर सरकार तक को लगता है कि कोरोना संक्रमण के तेज़ी से बढ़ने का डर है। यह तब है जब जनवरी में ही देश में टीकाकरण अभियान शुरू किए जाने की उम्मीद है।
एक दिन पहले ही केंद्र सरकार ने नए साल पर होने वाले उत्सव को नियंत्रित करने का फ़ैसला किया है। इसने राज्य सरकारों से कहा है कि वे स्थानीय स्थितियों का आकलन करें और उस हिसाब से 30-31 दिसंबर और 1 जनवरी को होने वाले जश्न को नियंत्रित करें।
इससे जुड़ा अंतिम फ़ैसला राज्यों पर ही छोड़ा गया है, लेकिन यह साफ़ है कि राज्य सरकारें नए साल के उत्सव को नियंत्रित कर सकती हैं।
इस बीच दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने इस पर फ़ैसला ले भी लिया। मुख्य सचिव विजय देव द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है, 'दिल्ली की स्थिति का विस्तृत आकलन किया गया है। कोविड-19 वायरस के म्यूटेंट यूके स्ट्रेन से पैदा हुए ख़तरे को देखते हुए और दिल्ली में कोविड-19 महामारी की स्थानीय घटनाओं को देखने के बाद सभा, मण्डली और नए साल के सार्वजनिक समारोहों में वायरस के बढ़ने का काफ़ी खतरा है। इससे दिल्ली में कोविड-19 मामलों के फैलने से रोकने के लिए किए गए सराहनीय प्रयासों को झटका लग सकता है।'
आदेश में कहा गया है कि रात का कर्फ्यू लागू होने के दौरान पाँच से अधिक व्यक्ति सार्वजनिक स्थानों पर इकट्ठा नहीं हो सकते हैं। इसमें यह भी कहा गया है कि सार्वजनिक स्थानों पर नए साल के जश्न के इवेंट, सभाओं और समारोहों को 31 दिसंबर की रात 11 बजे से 1 जनवरी की सुबह 6 बजे तक अनुमति नहीं दी जाएगी। 1 जनवरी की रात 11 बजे से 2 जनवरी की सुबह 6 बजे तक यही आदेश लागू रहेगा।
दिल्ली सरकार के आदेश में कहा गया है कि सार्वजनिक स्थानों में लाइसेंस प्राप्त परिसर शामिल नहीं होंगे। इसमें यह भी कहा गया है कि कर्फ्यू की अवधि के दौरान व्यक्तियों और सामानों की अंतरराज्यीय और राज्य के अंदर भी आवाजाही पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।
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