यहाँ एक दिन पहले ही संक्रमण के 2790 मामले दर्ज किए गए थे। यह इस साल एक दिन में सबसे ज़्यादा था। बुधवार को 1819 संक्रमण के मामले दर्ज किए गए थे। यानी दो दिन में ही संक्रमण के मामले क़रीब दोगुने हो गए।
दिल्ली में कोरोना की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के लिए कोरोना की दूसरी लहर हो सकती है लेकिन दिल्ली के लिए कोरोना की चौथी लहर है।
उन्होंने कहा, 'बहुत तेजी से कोरोना के केस बढ़ रहे हैं, ये चिंता का विषय है, लेकिन घबराने की ज़रूरत नहीं है। सरकार पूरी निगरानी कर रही है। जो भी क़दम उठाने चाहिए, वह उठा रही है। इस बार के मामले पिछले केसों के मुकाबले कम सीरियस हैं, मौतें कम हो रही हैं और आईसीयू में मरीज कम भर्ती हो रहे हैं।'
उन्होंने कहा कि आज मीटिंग में देखा कि अस्पतालों में कितने इंतज़ाम की ज़रूरत है। बैठक में ऐंबुलेंस, अस्पताल, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन और आईसीयू पर चर्चा की गई। संक्रमण के मामले बढ़ने की आशंका के मद्देनज़र इसकी योजना बनाई गई कि कब-कब बेड बढ़ाए जाएँगे।
मुख्यमंत्री ने साफ़ किया कि सरकार अभी टीकाकरण पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने कहा कि एक दिन पहले 71 हज़ार लोगों को टीका लगाया गया था।
पुणे में कल से रात का कर्फ्यू
कोरोना मामलों में ख़तरनाक स्तर की बढ़ोतरी होने के साथ महाराष्ट्र के पुणे में अधिकारियों ने कम से कम एक सप्ताह की अवधि के लिए शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक के कर्फ्यू की घोषणा की है। 12 घंटे का यह कर्फ्यू का आदेश कल से लागू होगा और अगले शुक्रवार तक रहेगा। पुणे संभाग के आयुक्त सौरभ राव ने शुक्रवार दोपहर कहा कि धार्मिक स्थान, होटल और बार, शॉपिंग मॉल और मूवी थियेटर सभी अगले सात दिनों तक बंद रहेंगे। इस दौरान केवल भोजन, दवाओं और अन्य आवश्यक सेवाओं की होम डिलीवरी की अनुमति होगी। बता दें कि पुणें में गुरुवार को 8 हज़ार से ज़्यादा मामले आए थे।
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