बीजेपी ने एमसीडी चुनाव में एक ऐसे नेता को पार्टी का टिकट दिया है जो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर हुए हमले में शामिल रहा था। अरविंद केजरीवाल के घर पर इस इस साल मार्च महीने में भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने हमला करने के साथ ही उपद्रव भी किया था। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने 8 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था।
14 दिन बाद जमानत पर छूटे बीजेपी युवा मोर्चा के इन कार्यकर्ताओं का प्रदेश कार्यालय में जोरदार स्वागत किया गया था।
इस नेता का नाम प्रदीप तिवारी है और बीजेपी ने उन्हें रमेश नगर वार्ड से उम्मीदवार बनाया है। आम आदमी पार्टी ने कहा है कि प्रदीप तिवारी को उम्मीदवार बनाने से साफ हो गया है कि बीजेपी उपद्रव और गुंडागर्दी करने वालों को सम्मान देती है।
क्या है पूरा मामला?
बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने इस साल मार्च में राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या के नेतृत्व में केजरीवाल के घर के बाहर उग्र प्रदर्शन किया था और मुख्य द्वार पर तोड़फोड़ की थी। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अपने हाथों में झंडे और प्लेकार्ड लिए हुए थे जिनमें कश्मीरी पंडितों का अपमान करने का आरोप लगाया गया था।
युवा मोर्चा के कार्यकर्ता उन्हें रोकने के लिए लगाए गए बैरिकेड को फांद कर मुख्यमंत्री के आवास तक पहुंच गए थे, वहां उन्होंने जमकर हंगामा किया और नारेबाजी की थी। कार्यकर्ताओं ने गेट पर रंग फेंका था और एक सीसीटीवी कैमरे को भी तोड़ दिया था।
युवा मोर्चा के कार्यकर्ता केजरीवाल के कश्मीरी पंडितों के नरसंहार पर बनी फिल्म द कश्मीर फाइल्स से जुड़ी टिप्पणी को लेकर सड़क पर उतरे थे। केजरीवाल ने इस हमले से कुछ दिन पहले दिल्ली की विधानसभा में कहा था कि बीजेपी नेता इस फिल्म के पोस्टर लगा रहे हैं।
आम आदमी पार्टी हमले की जांच के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट पहुंची थी और इसकी स्वतंत्र, निष्पक्ष और तय समय में जांच कराने की मांग की थी। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि बीजेपी अरविंद केजरीवाल की हत्या कराना चाहती है।
प्रदीप तिवारी ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि आम आदमी पार्टी झूठे लोगों की पार्टी है और वह उन्हें इसलिए गुंडा बता रही है क्योंकि इस क्षेत्र के लोग उन्हें प्यार करते हैं। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर जो प्रदर्शन किया गया था वह राजनीतिक प्रदर्शन था। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज के लिए वह आगे भी लड़ाई लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि वह झुग्गी में रहने वाले शख्स हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी गरीब पृष्ठभूमि से आते हैं।
आरएसएस से जुड़े रहे
प्रदीप तिवारी बीजेपी के द्वारा एमसीडी चुनाव में उतारे गए सबसे युवा उम्मीदवार हैं और केजरीवाल के घर के बाहर हुए प्रदर्शन के बाद वह चूना भट्टी इलाके में काफी लोकप्रिय हो गए हैं। तिवारी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि वह 18-19 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हो गए थे और उसके बाद बीजेपी में आए। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता सीवर लाइन, पानी और जहां झुग्गी वहां मकान देने की है।
एमसीडी चुनाव को लेकर माहौल गर्म
दिल्ली में इन दिनों एमसीडी चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल बेहद गर्म है। बीजेपी आम आदमी पार्टी के नेताओं के एक के बाद एक कई स्टिंग जारी कर चुकी है और उसने आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी ने एमसीडी चुनाव में लाखों रुपए देकर पार्टी के टिकट बेचे हैं। इसके अलावा दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन के तिहाड़ जेल के भीतर रहते हुए रेप के अभियुक्त से मसाज कराने का वीडियो आने के बाद भी बीजेपी आम आदमी पार्टी पर हमलावर है। एमसीडी के चुनाव के लिए 4 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे जबकि मतों की गिनती का काम 7 दिसंबर को होगा।
एमसीडी चुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच ही माना जा रहा है हालांकि कांग्रेस भी सभी वार्डों में पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ रही है। इसके अलावा असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम, आजाद समाज पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, एनसीपी भी चुनाव मैदान में हैं।
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