दिल्ली पुलिस की एक टीम पर अफ्रीकी मूल के क़रीब 100 लोगों ने तब हमला कर दिया जब उस टीम ने दक्षिण दिल्ली के नेब सराय इलाक़े में तीन नाइजीरियाई लोगों को हिरासत में लिया था। उन तीनों का वीजा ख़त्म हो गया था। यानी वे जितने दिनों के लिए भारत में रहने आए थे उससे ज़्यादा दिन वे यहाँ रह रहे थे। पुलिस की एंटी ड्रग्स टीम ने उन्हें हिरासत में लिया था और थाने ले जाया जा रहा था।
लेकिन अफ्रीकी मूल के क़रीब 100 लोगों ने उस पुलिस टीम को घेर लिया और उनसे भिड़ गए। पुलिस के अनुसार उस भीड़ ने हिरासत में लिए गए कम से कम 2 नाइजीरियाई नागरिकों को मुक्त करा लिया।
पुलिस ने शनिवार को एक बयान में कहा है कि नारकोटिक्स सेल की एक टीम दोपहर 2:30 बजे नेब सराय के राजू पार्क में विदेशी नागरिकों के निर्वासन की कार्यवाही के लिए गई थी और उन तीन नाइजीरियाई नागरिकों को उठाया था जिनके वीजा की अवधि ख़त्म हो गई थी।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार बाद में नेब सराय पुलिस स्टेशन और नारकोटिक्स दस्ते की एक संयुक्त टीम ने शाम 6:30 बजे फिर से राजू पार्क का दौरा किया और एक महिला सहित चार नाइजीरियाई लोगों को हिरासत में लिया।
पुलिस ने कहा कि जवाबी कार्रवाई में अफ्रीकी मूल के 150 से 200 लोगों ने फिर से पुलिस टीम को घेर लिया और बंदियों को भागने में मदद करने की कोशिश की। पुलिस ने किसी तरह हालात पर काबू पाया और अपराधियों को नेब सराय पुलिस थाने ले आई, जहां उनके निर्वासन की कार्यवाही चल रही है।
सोशल मीडिया पर आए कुछ वीडियो में पुलिस के साथ युवक और युवतियों के एक समूह को उलझते हुए देखा जा सकता है। पुलिस बंदियों को खींचती हुई नज़र आ रही है, वहीं अफ्रीकी युवक उन्हें धक्का दे रहे हैं और उन पर चिल्ला रहे हैं। अधिकारी मानव शृंखला बनाने की कोशिश करते और प्रदर्शनकारियों को अपनी लाठियों से रोकने की कोशिश करते भी दिखाई दे रहे हैं।
पुलिस ने कहा कि वह मामले की जांच कर रही है और मामला दर्ज करेगी।
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