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आम आदमी पार्टी :  बीजेपी ने लिखी थी शाहीन बाग आन्दोलन की पटकथा

दिल्ली का शाहीन बाग आन्दोलन एक बार फिर सुर्खियों में है। राजधानी में कई हफ़्तों तक चले महिलाओं के धरने पर भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने तरह तरह के हमले किए थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक ने इस पर तंज किया था। लेकिन अब आम आदमी पार्टी का कहना है कि दरअसल बीजेपी ही उस आन्दोलन के पीछे थी, वही उसे चला रही थी।
'आप' के इस आरोप के एक दिन पहले बीजेपी ने दावा किया था कि शाहीन बाग आन्दोलन में शामिल कुछ महिलाएं पार्टी में शामिल हुई हैं। समझा जाता है कि भारद्वाज की प्रतिक्रिया इसके जवाब में ही है।
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धरने पर हज़ारों महिलाएं

बता दें कि 14 फरवरी से लेकर 24 मार्च तक दिल्ली के शाहीन बाग इलाक़े में हज़ारों की तादाद में महिलाएं धरने पर बैठी रहीं। ये समान नागरिकता क़ानून का विरोध कर रही थीं। शुरू में इसमें इलाक़े की घरेलू महिलाएं ही थीं, पर बाद में उसमें दूसरी महिलाएं भी जुड़ती चली गईं। पर बाद में धीरे-धीरे इसका समर्थन कम होने लगा और 24 मार्च को आयोजकों ने कोरोना की वजह से बंद करने का एलान किया।
आम आदमी पार्टी ('आप') के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने सोमवार को यह कह कर सबको चौंका दिया कि बीजेपी ने इस आन्दोलन की 'पटकथा' लिखी थी और वही इसकी 'रणनीतिकार' भी थी।
भारद्वाज ने कहा है कि लोकतंत्र समर्थक लोग शाहीन बाग आन्दोलन से निश्चित रूप से 'खुद को ठगा हुआ' महसूस कर रहे होंगे क्योंकि बीजेपी इसकी सूत्रधार थी और 'आन्दोलन की डोर उसके हाथों में ही थी'।

मनीष सिसोदिया ने क्या ट्वीट किया था?

याद दिला दें कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री और 'आप' के बड़े नेता मनीष सिसोदिया ने एक बार ट्वीट कर कहा था कि वह 'शाहीन बाग के लोगों के साथ खड़े हैं', हालांकि बाद में उन्होंने उसे डिलीट भी कर दिया था।
लेकिन अब 'आप' के सुर बदले हुए हैं। भारद्वाज ने कहा,

'बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने शाहीन बाग विरोध प्रदर्शन के हर कदम की पटकथा लिखी। उन्होंने ही तय किया कि कौन क्या कहेगा, कौन किस पर हमला करेगा और कौन किस पर पलटवार करेगा। सारी बातें पहले से सुनियोजित थीं।'


सौरभ भारद्वाज, प्रवक्ता, आम आदमी पार्टी

'आप' के प्रवक्ता ने कहा, '10 महिलाओं के एक समूह ने ब्लॉकेड शुरूर कर दिया और दिल्ली पुलिस ने ऐसा होने दिया। यही पुलिस किसानों, छात्रों और शिक्षकों को प्रदर्शन की इजाज़त नहीं देती है। रोज़ाना एक लाख गाड़ीचालकों को दिक्क़तें हुईं।'
भारद्वाज यही नहीं रुके। उन्होंने कहा कि 'कुछ लोगों की ड्यूटी लगी हुई थी, वे रोज़ सुबह आ जाते थे, आराम करते थे, खाते-पीते थे और शाम को घर लौट जाते थे।'

मोदी ने क्या कहा था?

याद दिला दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली चुनाव प्रचार के दौरान एक रैली में शाहीन बाग का मुद्दा ज़ोरों से उठाया और इसे साजिश क़रार दिया था। उन्होंने ज़ोर देकर कहा था कि शाहीन बाग का विरोध प्रदर्शन महज संयोग नहीं है, यह सोची समझी साजिश है।
उन्होंने एक चुनाव रैली में कहा था, 

‘सीलमपुर हो, जामिया हो या शाहीन बाग, नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ कई जगह विरोध प्रदर्शन हुए हैं। क्या आपको लगता है कि यह महज संयोग है? ऐसा नहीं है। यह एक प्रयोग किया जा रहा है, जिसकी जड़ें राजनीति में हैं। यदि यह सिर्फ़ क़ानून के ख़िलाफ़ होता तो ख़त्म हो गया होता।’


नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

मोदी ने शाहीन बाग में कार्रवाई करने का संकेत भी दिया। मोदी ने कहा, 'यदि उन्हें नहीं रोका गया तो वे कल दूसरे रास्ते या गली को भी अवरुद्ध कर देंगे।'प्रधानमंत्री ने कहा था, ‘हम उन्हें अराजकता फैलाने नहीं देंगे। आपके वोट में यह ताक़त है कि इसे रोक सकता है।’
बीजेपी के ही एक नेता परवेश वर्मा ने कहा था कि 'शाहीन बाग के लोग आपके घरों में घुस कर आपकी महिलाओं के साथ बलात्कार करेंगे।'
और अब आम आदमी पार्टी का कहना है कि बीजेपी ने ही महिलाओं के उस आन्दोलन की पटकथा लिखी थी।
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क़मर वहीद नक़वी
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